सम्भल। जिलाधिकारी मनीष बंसल के निर्देश एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी के मागदर्शन में ब्लाॅक बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक का आयोजन विकास खण्ड- गुन्नौर में किया गया, बैठक की अध्यक्षता खण्ड विकास अधिकारी नरेश पाल सिंह ने करते हुए बताया कि बाल संरक्षण एवं सशक्त संरक्षणात्मक परिवेश पालन-पोषण, परिवार की देख-रेख पाने व प्रतिष्ठा के साथ रहने, हिंसा व दुव्र्यवहार से बचने और संरक्षण पाने के उद्देश्य से मिशन वात्सल्य योजना का संचालन किया गया है, जिसमें मुख्यतः प्रवर्तकता कार्यक्रम स्पाॅन्सरसिप, फाॅस्टर केयर, दत्तक ग्रहण एवं बाल श्रम आदि से संबंधित विषयों को शामिल किया गया। आशीष कुमार पटेल बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि बालक के स्वास्थ्य का सर्वांगीण विकास हेतु उन्हें पौष्टिक आहार दिया जाना नितान्त ही आवश्यक है जिससे बालक का विकास संतुलित रूप से हो सके। देवेन्द्र कुमार सिंह खण्ड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा की महत्वता को बताते हुए उस पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए यह बताया कि बालक के विकास हेतु शिक्षा अत्यन्त ही आवश्यक है। डा0 पवन सिंह चिकित्सा अधीक्षक ने बालकों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के साथ-साथ नशा आदि कुरूतियों से होने वाले दुष्परिणाम पर विस्तृत रूप से बताया। तेजपाल सिंह संरक्षण अधिकारी द्वारा बालको हेतु चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए बालकों के संरक्षण आदि पर चर्चा की गयी।
बैठक में बाल संरक्षण एवं सशक्त संरक्षणात्मक परिवेश पालन-पोषण करने, परिवार की देख-रेख व प्रतिष्ठा के साथ रहने, हिंसा व दुव्र्यवहार से बचने और संरक्षण पाने के उद्देश्य से एवं बाल विवाह, नशामुक्ति, यौन शोषण रोकथाम व ईंट-भट्टों पर कार्य कर रहे बालकों को बाल श्रम से मुक्त हेतु आदि विषयों पर भी चर्चा की गयी, जिससे बाल अधिकारों का हनन न हो अन्त में सभी का धन्यबाद ज्ञापित करते हुए नरेश पाल सिंह खण्ड विकास अधिकारी, गुन्नौर ने बैठक समाप्त की।
बैठक में प्रमोद कुमार सहायक विकास अधिकारी,पं0, विराम सिंह बाल कल्याण अधिकारी उपनिरीक्षक, मनोज कुमार ग्राम विकास अधिकारी, कमलसिंह ग्राम पंचायत अधिकारी, अशीष कुमार एवं वरूण कुमार ग्राम प्रधान, खेमपाल सिंह सामाजिक कार्यकर्ता आदि उपस्थित रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट