ज़ियारत के लिए उमड़ा अकीदतमन्दो का सैलाब

शब-ए-मेराज के मौके पर परम्परागत मुए मुबारक की ज़ियारत उत्साह व अकीदत भरे माहौल मे कराई गई।

सम्भल I कोट गर्बी रेतला मैदान स्थित कदम-ए-रसूल की ज़ियारत पर विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी शब-ए-मेराज के मौके पर पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद साहब के मुए मुबारक की ज़ियारत कराई गई। बाद नमाज़े फज़्र

कुरआने ख्वानी के बाद नात ख्वानी हुई। बारगाहे रसूले पाक मे दुरूदो सलाम के नज़राने पेश किए गए। सलातो सलाम के साथ महफिले मिलाद पाक हुआ। अंत मे अमन शांति ओर भाईचारे को दुआ की गई। इस दौरान

सभी अकीदतमन्दों को शीशे के मर्तबान मे खुशबूदार प्याले मे गुलाब के फूलो के बीच मुए मुबारक रखा हुआ दिखाया गया। मुए मुबारक के दीबार को आशिकाने रसूल का सैलाब उमड़ पड़ा। इस बाबत जानकारी देते

हुए बिटटू वारसी ने बताया कि बादशाह ऑरंगजेब ने ज़िन्दाशाह इस मौके पर बिटटू वारसी, अफरोज़ अहमद, डॉ0 हारून, परवेज़ आलम, शुऐब, रफत, सैफुल इस्लाम, नसीम, नासिर, शािकर, रिफकान, अदनान, अरज़ान

आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता हाजी हनीफ तथा संचालन हाफिज़ ज़फर ने किया। वहीं मेहमाने खुसूसी नवाब हुसैल इकबाल, नवाब शान इकबाल, सईद अख्तर इसराइली आदि मौजूद रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट