सम्भल। तहसील क्षेत्र में दौड़ लगा रहे खनन से भरे वाहन जिन पर न तो तिरपाल लगा है और नही नियम अनुसार चल रही है ओवर लोड ओर ओवर हाइड होते हुए भी कार्यवाही करने वाले हाथ अभी भी न जाने क्यों बंधे नज़र आ रहे है ।जिसका नतीजा है कि खनन कारोबारियों ने नियमों को ताक में रख कर दिन रात खुले में खनन वाहनों को दौड़ा रखा है और हैरानी की बात यह है कि थाना हयातनगर पुलिस, यातयात पुलिस, सम्भल पुलिस व परिवाहन विभाग अक्सर फैमली परमिट व दो पहिया वाहन आदि पर तो आपको चेकिंग करते मिल जाएंगे लेकिन इस खनन के काम में लगी जेसीबी मशीन से लेकर सड़क पर दौड़ लगा रहे वाहनों पर लगाम कसने में नाकामयाब नज़र आ रहे है। या यूं कहो कि नज़र सब आता है साहब बस ऐसे मामलों को नज़र अंदाज़ करना मजबूरी है । क्योंकि ऐसा तो मुमकिन ही नही की कार्यवाही करने वालो की आँख में धूल झोंक इतना बड़ा काम किया जा सके और काम मे आने वाली मशीनरी की जानकारी न दी जाए। मामला बीते दिनों का ही जब अधिकारियों द्वारा इन जैसे किसी ओर के किसी दूसरे खनन कारोबारी के काम पर इस लिए कार्यवाही की चेतावनी दी थी कि इन पर तिरपाल लगा लो अन्यथा कार्यवाही की जाएगी लेकिन अब दौड़ लगा रहे खनन के वाहनो द्वारा उड़ रही धूल क्या राहगीरों के लिए सर दर्द नही है या फिर इसकी धूल लोगो की आँख में नही गिर रही।या फिर तेज़ तर्रार कोतवाल ओमकार सिंह के तबादला हो जाने के बाद काम मे बदलाव आ गया कि दौड़ लगा रहे खनन वाहनों के पेपर भी नही देखे जा रहे उनके समय मे चौकी चौधरी सराय पर खनन वाहनों के पेपर रावनने आदि देखे जाते थे। और अब हर घंटे में एक दो चक्कर ला रहे वाहनों पर अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही करना और इतने बड़े पैमाने पर चल रहे काम में आने वाले अनफिट वाहनों को अनदेखा करना क्षेत्र भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट