नगर निगम पर्यावरण के ऑफिस में पहुंची नगर आयुक्त को देख अधिकारियों में हड़कंप, पर्यावरण ऑफिस में ही की समीक्षा..
शहर में पर्यावरण व निर्माण विभाग की ओर से शहर में विकास कार्य कराया जा रहे हैं इस विकास कार्यों की स्थिति जाँचने के लिए नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स खुद पर्यावरण व निर्माण विभाग के दफ्तर पहुंच गई सूत्रों के अनुसार पर्यावरण विभाग में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें प्राप्त हो रही थी नगर आयुक्त निधि गुप्ता बत्स के बारे में बरेली ही नहीं पूरे प्रदेश में माना जाता है कि वह एक तेजतर्रार और ईमानदार अधिकारी हैं,नगर आयुक्त ने पर्यावरण अभियंता राजीव कुमार राठी से शहर में चल रही परियोजनाओं की प्रगति के बारे में पूछा इसके बाद सभी विकास कार्यों के समय से पूरा करने के लिए समय सीमा भी तय की इसके साथ ही चेतावनी दी कि यदि समय से निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ या गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्यवाही निश्चित है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से भी समझौता नहीं किया जाए इससे इन परियोजनाओं का लाभ जनता को सही अर्थों में मिल सके इसके बाद नगर आयुक्त ने एक-एक फाइलों का अध्ययन स्थित स्वयं देखी, नगर आयुक्त के अचानक से निरीक्षण करने निकले खबर से निगम के अन्य कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया सभी ने अपने-अपने दस्तावेज दुरुस्त कर लिए वहीं सूत्रों का कहना है कि नगर आयुक्त अब किसी को बख्शने के मूड में नहीं है लापरवाही व भ्रष्टाचार के मामले में अब कार्रवाई तय है
बकाया पर कई प्रतिष्ठान सील
नगर निगम ने चालू वित्त वर्ष 23-24 में 150 करोड रुपए का वसूल करने का लक्ष्य है अब तक महेश 45 करोड रुपए तक ही वसूली हो सकी वित्तीय वर्ष में महज दो महीने बचे है, नगर निगम के अवसर आक्रामक मोड में आ गए हैं मुख्य कारण निर्धारण अधिकारी प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि शनिवार को जिन पर 28 स्थान को सील किया उन पर 2 करोड रुपए से अधिक का बकाया है जल्दी इनकी चल संपत्तियों की नीलामी करने के साथ ही बकायदाओं के खाते शीज किये जायेंगे..