उत्तर प्रदेश कायस्थ परिवार बदायूं के संरक्षक हास्य एवं व्यंग कवि शमशेर बहादुर ‘आँचल’ इस कोरोना काल में अपनी कविताओं के माध्यम से देशवासियों को जागृत करने के लिए उन्हें कोरोना काल में सावधानी बरतने के लिए अपनी कविताओं के माध्यम से जागृत कर रहे हैं !
‘आँचल’ जी प्रतिदिन एक नई कविता फेसबुक अकाउंट,व्हाट्सएप अकाउंट, टि्वटर ग्रुप और पेज पर फॉरवर्ड करते हैं और कोरोना काल में सावधानी बरतने के लिए लोगों से आग्रह करते हैं !
‘आँचल’ जी ने बताया कि इस कोरोना संकट में हम सभी साहित्यकारों का दायित्व बनता है कि हम अपने देशवासियों को अपनी कविताओं के माध्यम से इस कोरोना से बचने के लिए उन सावधानी बरतने के लिए जागरूक करें ।
इसीलिए मैं प्रतिदिन नई नई कविताएं शेयर करके अपने देशवासियों को इस कोरोना काल में सावधान रहने , सुरक्षित रहने , घर पर रहने के लिए लिए प्रेरित करता हूँ !
मैं अपने देशवासियों को घर पर रहने मास्क लगाने ,2 गज की दूरी बनाए रखने , भीड़ में ना जाने के लिए अपनी कविताओं के माध्यम से उन्हें बताता रहता हूँ !
मैं ऐसा करके अपने कवि धर्म को निभा रहा हूँ ,इससे मुझे खुशी मिलती है !
अगर मैं कविताओं के माध्यम से किसी एक व्यक्ति को भी जागरूक कर सका तो मैं अपने आप को धन्य समझूंगा ।