सम्भल । कुरआने करीम की तालिम हासिल करने से पूर्व बिस्मिल्लाह पढ़ने की रस्म शानौ शौकत के साथ अदा की गई। मासूम को फूल मालाओं से इस्तकबाल किया गया।
नगर के मौहल्ला चमन सराय निवासी पत्रकार फरज़न्द अली वारसी की चार वर्षीय पुत्री मरयम फात्मा वारसी

ने पाक किताब कुरआने करीम की तालिम हासिल करने की शुरूआत की। इस दौरान बिस्मिल्लाह शरीफ की रस्म पूरी शानौ शौकत के साथ की गइ। सबसे पहले मरयम ने बिस्मिल्लाह पढ़ी ओर आगे पढ़ने का आगाज़ कर दिया। इस दौरान मरयम का फूल मालाओं से

इस्तकबाल किया गया। सभी मेहमानो मे तर्बरूक तकसीम किया गया। हज़रत मौलाना फैज़ुल इस्लाम साबरी लतीफी कादरी नौशाही ने बिस्मिल्लाह शरीफ की रस्म अदा कराई। इस मौके पर मौ0 अमीक अहमद, शानू खान, मो0 अकीब, रहमत अली, मो0 असलम,

मौ0 अज़ीम, ज़ैद, मौ0 इमरान, रेहान खान, अरकान, गुलफाम आदि मौजूद रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट