सम्भल । मौलाना कमालुद्दीन हज़रत उस्मान शाह का उर्स हर साल की तरह इस साल भी पूरी शानो शौकत के साथ क़ादरी नौशाही टीम के तत्वाधान में मनाया गया, प्रोग्राम की शुरुआत क़ुरआने पाक की तिलावत से हाफ़िज़ फ़ैज़ व हाफ़िज़ रय्यान ने की। तक़ी अशरफ़ एडवोकेट एंव सैफ़ुल्लाह सुल्तानी ने मनक़बत पेश की, मुहम्मद अरफ़ात ने नाते पाक पेश की।
मौलाना ज़की अत्तारी, मौलाना ग़ुलाम रब्बानी ने भी अपनी बात रखी।


ख़्वाजा कलीम अशरफ़ सम्भली ने हज़रत उस्मान शाह के बारे में बताते हुए कहा कि इनके मज़ार पर हर दुआ क़ुबूल होती है, यहां पर सभी समुदाय के लोग अपनी परेशानी लेकर आते हैं और निजात पाकर जाते हैं।
मौलाना तौसीफ़ मिस्बाही ने कहा कि कई सौ साल बाद भी सम्भल में हर बूढ़ा, जवान, बच्चा हज़रत उस्मान शाह को जानता है।


प्रोग्राम का संचालन क़ारी यूसुफ़ रज़ा सम्भली ने किया।
दोपहर में 03:30 पर फ़ातिहा, सलाम के बाद जनैटा शरीफ़ से आये हज़रत सय्यद शाहिद मियाँ ने मुल्क व क़ौम की तरक़्क़ी के लिए दुआ करायी।
क़ादरी नौशाही टीम की तरफ़ से बहुत बड़े लंगर का इन्तेज़ाम किया गया, मुहम्मद शाकिर, अब्दुल मालिक की तरफ़ से सभी को चाय का इन्तेज़ाम कराया गया। इस मौके पर हज़ारों की तादाद में लोग शामिल रहे।
प्रोग्राम में मुख्य रूप से विधायक कुन्दरकी ज़ियाउर

रहमान बर्क़, सम्भल चैयरपर्सन पति चौधरी मुशीर, प्रधान रुकुनुद्दीन सराय अनवर, रईस, शहर मुफ़्ती क़ारी अलाउद्दीन अजमली, क़ारी तनज़ीम अशरफ़ अजमली, मुफ़्ती आलम नूरी, मुफ़्ती अशफ़ाक़, मुफ़्ती अहमद रज़ा, मुफ़्ती हसीबुर रहमान, मुफ़्ती मेहबूब रज़ा, क़ारी वसी अशरफ़, मौलाना शमशाद मिस्बाही, मौलाना कामिल, क़ारी शाहिद, मौलाना तालिब, हाजी महफ़ूज़, अहमद नौशाही, हाफ़िज़ अब्दुल मन्नान, मेहरान नौशाही, मो० आसिफ़, सलीम नौशाही, मो० नाज़िम, ज़ाहिद नौशाही, मो० वसीम, अरशिल रज़ा, हाफ़िज़ मुजीब, हाफ़िज़ फ़ारूक़, मो० रज़ा, मो० फ़रमान, मो० राशिद आदि मौजूद रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट