जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक हुई सम्पन्न
एस0टी0पी0 प्लांट की वित्तीय व भौतिक जांच हेतु चार सदस्यीय जांच कमेटी की गठित
वृक्षारोपण सत्यापन कीरिपोर्ट माह जनवरी 2024 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर करायें उपलब्ध-जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने समस्त विभागों को निर्देश दिये कि भूमि का चिन्हांकन कर स्थलवार सूची करा दी जाये उपलब्ध
बरेली, 12 जनवरी। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक में नगर निगम द्वारा बताया गया कि सथरापुर निर्माणाधीन सॉलिड वेस्ट प्लांट की पर्यावरण स्वीकृति हेतु ऑनलाइन आवेदन कर siea कमेटी में प्रस्तुतीकरण किया जा चुका है। उनके स्तर से एक माह में अग्रिम कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि प्लांट की पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु एक माह के अन्तर्गत अपेक्षित कार्यवाही पूर्ण कर ली जाये। सहायक अभियंता उ0प्र0 जल निगम शहरी द्वारा बताया गया कि सराय तल्फी पर स्थापित 35 एम0एल0डी0 एस0टी0पी0 प्लांट अभी भी वर्तमान में 10 एम0एल0डी0 पर ही संचालित हो रहा है, अभी वर्तमान में 09 नालों का कनेक्शन होना शेष है। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देश दिये कि 35 एम0एल0डी0 का प्लांट 10 एम0एल0डी0 पर संचालित हो रहा है, इस प्रकार शेष 25 एम0एल0डी0 गंदा पानी नदियों व जल स्त्रोतों को गंदा कर है जो मा0 सर्वोच्च न्यायालय व मा0 एन0जी0टी0 के आदेशों की अवहेलना है। जिलाधिकारी ने प्लांट की क्षमता बढ़ाये जाने हेतु दो माह पूर्व आयोजित बैठक में जल निगम शहरी को निर्देश दिये थे, किन्तु दिये निर्देशों के उपरान्त भी उक्त प्लांट की क्षमता बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है। जिस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देश दिये कि उक्त प्लांट की वित्तीय व भौतिक जांच हेतु चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित की जाये और जांच कमेटी में अधिशासी अभियंता उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण, अधिशासी अभियंता बाढ खण्ड, कोषाधिकारी व इफ्को संयंत्र आवंला से एस0टी0पी0 एक्सपर्ट को रखा जाये। गठित समिति एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि उक्त प्लांट की क्षमता क्यों नहीं बढ़ पा रही है तथा जब से प्लांट संचालित हुआ है तब से कितनी धनराशि का उपभोग अनुरक्षण कार्यों हेतु किया गया है।
जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि समस्त सत्यापन अधिकारी वर्ष 2023-24 में किये गये वृक्षारोपण की सत्यापन माह जनवरी 2024 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाये। वर्ष 2024 रोपण हेतु लक्ष्यों का आवंटन किया जा चुका है, जिसे समस्त विभागों को पढ़कर सुनाया गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि वर्ष 2024 रोपण हेतु स्थलों का चयन कर तहसीलवार, विकास खण्डवार, ग्राम पंचायतवार एवं खाता व गाटा संख्यावार भूमि का चिन्हांकन कर सूची उपलब्ध करा दें। उन्होंने वन विभाग को निर्देश दिये कि यूकेलिप्टस, बबूल आदि पौधों को ना तैयार किया जाये, नर्सरियों में औषधीय पौधे, फलदार पौधे जैसे- नीम, अमरूद, आम, महोगनी आदि पौधे तैयार करें। उन्होंने समस्त विभागों को निर्देश दिये कि भूमि का चिन्हांकन कर स्थलवार सूची उपलब्ध करा दी जाये।
जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिये जिन विभागों का वृक्षारोपण लक्ष्य अधिक है वे विभाग प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को रामगंगा नदी के चौबारी घाट पर गंगा आरती का आयोजन करेंगें। उन्होंने कहा कि माह फरवरी 2024 में कृषि विभाग, माह मार्च 2024 में पंचायती राज विभाग, माह अप्रैल 2024 में ग्राम्य विकास विभाग तथा माह मई 2024 में उद्यान विभाग द्वारा गंगा आरती करायी जायेगी।