कादरचौक – मोदी सरकार द्वारा वाहन ड्राइवर यूनियन के खिलाफ एक नया कानून पारित किया गया है। जिसमें अगर किसी ड्राइवर के जरिए किसी की एक्सीडेंट में मौत होती है तो उसे ड्राइवर को सात लाख रुपए का जुर्माना और 10 साल की सजा की घोषणा की

है। इसी कानून को लेकर सभी ड्राइवर यूनियन ने चक्का जाम करते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया है और सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे है। जिले के थाना कादरचौक क्षेत्र के सभी टेंपो ड्राइवर ने सरकार द्वारा बनाए गए कानून को लेकर टेंपो स्टैंड पर रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है ।दिन सोमवार को एक जनवरी 2024 का महीना लगते ही सभी ड्राइवर ने अपने-अपने वाहनों

को रोड पर न चलने के बाद घर पर खड़ा कर दिया है जबकि नई साल के दिन लोग अपने परिवार के साथ नई साल मनाने के लिए घूमने के लिए जाते हैं मगर आज नई साल होने के बावजूद भी लोगों को वाहनों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है अगर देखा जाए तो आज के दिन रोडवेज बेस, प्राइवेट बसें, ट्रक और अन्य वाहनों के ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी है और एक ही बात कह रहे हैं कि जब तक सरकार यह कानून वापस नहीं करती है। तब तक हम सभी लोग अपने-अपने वाहनों को रोड पर

नहीं चलाएंगे। चक्का जाम को देखते हुए थाना कादरचौक क्षेत्र के सभी टेंपो ड्राइवर ने अपने टेंपो को थाना गेट के सामने खड़ा कर रोड को जाम करके सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया और उसके थोड़ी देरबाद भारत पेट्रोलियम पंप के सामने रोड को भी जाम कर दिया है।

ड्राइवर यूनियन ने सरकार के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए। ड्राइवर का कहना है कि अगर हम इतने अमीर होते तो हम आज अपने परिवार का टेंपो चला कर पालन पोषण क्यों करते। हम भी अपने घर पर बैठकर

क्यों नहीं खाते पीते। हम गरीब लोगों के खिलाफ सरकार अन्याय करती हुई चली आ रही है उसके बावजूद भी सरकार ने ड्राइवर के खिलाफ यह कानून पारित करके हम लोगों को घर पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया है वही अगर किसी ड्राइवर के जरिए से कोई एक्सीडेंट हो जाता है या उसमें किसी सवारी की मौत हो

जाती है दुर्घटना में मरने वाली लोगों के परिजनों को ड्राइवर को सात लाख रुपए देने पड़ेंगे इसी कानून को लेकर सभी टेंपो ड्राइवरों ने रोड जामकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।

रिपोर्टर शिव प्रताप सिंह