सम्भल। हज़रत ख्वाजा शमसुद्दीन तुर्क शाह विलायत का सालाना उर्स मुबारक शांति पूर्ण तरीके से अमन शंाति एवं भाईचारे से सम्पन्न हो गया। अकीदतमन्द व ज़ायरीन सकुशल अपने घरो को वापस लौटे।
हज़रत मखदूम अलाउद्दीन सरकार अली अहमद साबिर पाक के लाडले खलीफा हज़रत ख्वाजा शमसुद्दीन तुर्क पानीपति शाह विलायत साहब का सालाना 744 वां उर्स मुबारक पूरे उत्साह ओर शांति पूर्ण माहौल मे मनाया गया। बड़ी तादात मे अकीदतमन्द व ज़ायरीन ने दरगाह पर हाजि़्री दी ओर चादर पोशी करते हुए मन्नते व मुरादे मांगी। सज्जादानशींन ख्वाजा सय्यद मेराज हुसैन साबरी ने मुल्क मे अमन शांति एवं भाईचारे को दुआ कराई। उर्स मनाकर सम्भल व आसपास के ज़ायरीन व अकीदतमन्द अपने घरो को सकुशल वापस लौटे। इस मौके पर महफिले रंग व मनबत के नज़राने भी धम्मन साबरी उर्फ निज़ाम कव्वाल द्वारा पेश किए गए। इस अवसर पर पीरज़ादा यावर मंज़र ऐजाज़ साबरी, खादिमे खास सैयद हामिद हुसैन साबरी, सूफी संवाद महा-अभियान भाजपा के बाबर आज़म, एसएम अकरम, सूफी इसरार, मौलाना शमीम, फहीम साबरी, फरज़न्द अली वारसी, सैयद शान अली, शान साबरी, तसलीम, सुरेश कागरा, धर्मेन्द्र, सांई मेक्षी शाह, इस्तेकार अमन साबरी, बाबर साबरी, माजिद बेग़, मो0 आसिम, मुरशीद, मो0 कासिम, अरशद, शराफत देहरादून, शहज़ाद, अन्नू साबरी, आफताब, आमिर साबरी, मेहरान नोशाही, अहमद नोशाही, हाजी महफूज़, कारी तंज़ीम, सैयद आलम, सौहराब साबरी, नसीम साबरी, शाकिर अंसारी एड0 आदि रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट