राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की रजिस्ट्रार गोमती मनोचा कि अध्यक्षता में बगीचा रिसोर्ट बबराला में खंडपीठ के माध्यम से बच्चों की समस्यों का किया गया निराकरण।

खंडपीठ के माध्यम से भविष्य में भी बच्चों को दिया जाएगा अधिक से अधिक लाभ रजिस्ट्रार

सम्भल। बहजोई तहसील गुन्नौर के बबराला स्थित बगीचा रिसोर्ट में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एनसीपीसीआर नई दिल्ली की रजिस्ट्रार गोमती मनोचा की अध्यक्षता में खंडपीठ के द्वारा बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित प्रकरणों एवं बच्चों से संबंधित शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए एवं बच्चों की समस्याओं की निराकरण के लिए एक शिविर का आयोजन किया गया।


सर्वप्रथम रजिस्ट्रार महोदया द्वारा दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एवं मुख्य विकास अधिकारी कमलेश सचान द्वारा रजिस्ट्रार महोदया को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। एवं अन्य अतिथियों का भी स्वागत किया गया।


इसके उपरांत रजिस्ट्रार ने विभिन्न विभागों द्वारा बच्चों से संबंधित लगाए गए काउंटर एवं बच्चों के पंजीकरण के काउंटरों का अवलोकन किया एवं उपस्थित बच्चों से वार्ता करते हुए उनकी समस्याओं को सुना। एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देशित किया।


इसके उपरांत रजिस्ट्रार महोदया द्वारा राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम आरबीएसके के अंतर्गत बच्चों को चश्मे एवं कुपोषित बच्चों को पोषण संवर्धन किट तथा एनीमिया से ग्रसित किशोरियों को पोषण किट तथा शिक्षा विभाग की ओर से दिव्यंता उपकरण, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण तथा दिव्यांग प्रमाण पत्र तथा

किशोरियों को सेनेटरी नैपकिन का वितरण किया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी ने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के विषय में जानकारी प्रदान की तथा मुख्य विकास अधिकारी ने अपने संबोधन में विभागों द्वारा लगाए गए काउंटरों एवं उनके माध्यम से बच्चों को योजनाओं के द्वारा दिया जा रहे लाभ के विषय में बताया। और उन्होंने रजिस्ट्रार महोदया को आश्वासन देते हुए कहा कि आगे भी योजनाओं का लाभ बच्चों को निरंतर दिया जाता रहेगा।


रजिस्ट्रार गोमती मनोचा ने कहा कि जनपद में आकांक्षात्मक ब्लॉक हैं इसको देखते हुए हम यहां बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिए आए हैं और उन्होंने कहा कि यहां विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए काउंटरों के माध्यम से बच्चों की शिक्षा,स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, तथा बच्चों के बैंक खाता बनवाने, आधार कार्ड बनवाने,

दिव्यांगता से ग्रसित बच्चों से संबंधित शिकायतों के निवारण के लिए हम यहां आए हैं रजिस्ट्रार महोदया ने स्थानीय प्रशासन के मिले सहयोग के लिए सराहना की और उन्होंने कहा कि बच्चों से संबंधित योजनाओं से बच्चों को अधिक से अधिक जोड़ा जाए ताकि बच्चों को

अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने शिविर के माध्यम से बच्चों को जो लाभ मिले उसके बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया उन्होंने कहा कि खंडपीठ के माध्यम से भविष्य में भी इस तरीके के कार्यक्रम किए जाएंगे जिससे अधिक से अधिक बच्चों को लाभ प्राप्त हो सके।


शिविर के अंतर्गत संबंधित विभागों द्वारा 10 काउंटर बच्चों के पंजीकरण एवं 20 काउंटर बच्चों से संबंधित समस्यों के समाधान हेतु लगाया गया।
कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी रचना यादव के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश सचान,अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर तरन्नुम रजा,राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से आए दो सदस्य सुशील कुमार एवं सपना तथा एडिशनल जज पीयूष मूलचंदानी, जिला प्रोबेशन अधिकारी चंद्रभूषण,जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार,जिला विद्यालय निरीक्षक वेदराम,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर,जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र कुमार पांडे,सहायक श्रम आयुक्त सुरेंद्र कुमार सिंह,जिला अग्रणी प्रबंधक केनरा बैंक अमित बिश्नोई, विकासखंड अधिकारी जूनावई अखिलेश कुमार, सहित समस्त संबंधित खंड विकास अधिकारी एवं समस्त सीडीपीओ एवं समस्त संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट