चिकित्सा तंत्र की निगरानी के साथ ही नागरिकों को जागरूक करेंगे सूचना कार्यकर्ता।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बदायूं को हटाने की उठी मांग।
एक उपयोगी वृक्ष लगाने और दस परिवारों को मास्क उपलब्ध कराने का लिया संकल्प।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान की एक ऑनलाइन बैठक गूगल मीट एप के माध्यम से संरक्षक डाल भगवान सिंह की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर आयोजित की गई। बैठक में श्रमिकों की समस्याओं पर विचार विमर्श के साथ ही समस्त मनरेगा मजदूरों, ठेका कर्मियों, संविदा कर्मियों, अधिवक्ता लिपिकों , आशा, संगिनी, रसोइया, आंगनबाड़ी कार्यकत्री/सहायिका को श्रमिक कानूनो से आच्छादित करने, न्यूनतम व समान कार्य के लिए समान वेतन देने सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई।
साथ ही आपदा काल में सूचना कार्यकर्ताओं की भूमिका भी निर्धारित की गई।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में सूचना कार्यकर्ताओं को स्वयं सुरक्षित रहते हुए गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करना है। स्वास्थ्य विभाग व शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों से नागरिकों को परिचित कराना है। चिकित्सा तंत्र की निरंतर निगरानी करनी है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दृष्टि रखनी है, जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज में भी कुप्रबंधन व भ्रष्टाचार को रोकने हेतु कार्य करना है। जनपद बदायूं के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनेक आरोपों से घिरे हुए हैं, उनके विरुद्ध कई जाँच भी चल रही है, सत्ताधारी दल के एक बड़े पदाधिकारी ने भी उनकी शिकायत की है । इस कारण अकर्मण्य, दायित्वों के निर्वाहन में शिथिल, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले मुख्य चिकित्सा अधिकारी बदायूं को हटाने के लिए सभी कार्यकर्ता ईमेल, ट्विटर व पोर्टल के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार को पत्र भेजकर उनकी परिसंपत्तियों की ई डी से जाँच कराने की मांग करेंगे। राजकीय मेडिकल कालेज बदायूं के प्राचार्य को हटाया जाना स्वागत योग्य कदम है, किन्तु प्राचार्य के संरक्षण में हुए घोटालों की उच्च स्तरीय जांच कराया जाना आवश्यक है।भ्रष्ट तत्वों पर अंकुश लगाए जाने हेतु जनसुनवाई पोर्टल व 112 के माध्यम से कोरोना पीड़ितो को सहायता प्रदान करने हेतु तंत्र विकसित किया जाये।
भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के प्रदेश समन्वयक डॉ सुशील कुमार सिंह ने कहा कि आपदा को देखते हुए जमाखोर सक्रिय हो गए हैं, रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं के मूल्य में अचानक से भारी वृद्धि हो गई है, फल, सब्जियां और औषधियां महंगे दामों पर बिक रही है, प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। सूचना कार्यकर्ता अव्यवस्थाओं और नागरिकों को होने वाली कठिनाइयों से संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अवगत कराते रहे।
जिला समन्वयक एम एच क़ादरी ने कहा कि प्रकृति के शोषण का ही परिणाम है कि ऑक्सीजन के अभाव में प्राण त्यागने पड़ रहे हैं। संगठन से जुड़ा हर कार्यकर्ता संकल्प लें कि वह स्वयं पीपल, बरगद व नीम का एक पेड़ लगाएगा तथा एक नागरिक को एक पेड़ लगाए जाने हेतु जागरूक भी करेगा। संगठन के मार्गदर्शक स्व एस सी गुप्ता को श्रद्धांजलि देने हेतु प्रत्येक सूचना कार्यकर्ता 06 मई 2021 को दस जरूरतमंद परिवारों को मास्क उपलब्ध कराएगा।
बैठक में प्रमुख रूप से एम एल गुप्ता, डॉ राम रतन सिंह पटेल, कैप्टन राम सिंह, सुरेश पाल सिंह, रामगोपाल, शमसुल हसन, सतेंद्र सिंह, अभय माहेश्वरी, असद अहमद, अरएन्द्र पाल सिंह, आशु मौर्य, अखिलेश सोलंकी, महेश चंद्र, प्रमोद कुमार, पुष्पेंद्र, वीरपाल, नारद सिंह, समीरूद्दीन अंसारी एडवोकेट, विपिन कुमार सिंह, अजयपाल, देवेंद्र शाक्य, कृष्ण गोपाल,रामकिशोर, भुवनेश कुमार आदि उपस्थित रहे।