बदायूँ। राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मी वेलफेयर एसोसिएशन शाखा जनपद शाखा बदायूँ ने मृदुलेश यादव के नेतृत्व मे मुख्यमंत्री को संबोधित जिला अधिकारी के माध्यम से दिया सात सूत्रीय ज्ञापन इसमें कहा दोषपूर्ण स्कूल व्यवस्था के चलते रसोइयों को मनमाने तरीके से हटा दिया जाता है। सुबह से लेकर शाम तक विद्यालय में काम करते हैं। परंतु जीवन यापन करने लायक उनका मानदेय नहीं प्राप्त होता है। राज्य और केंद्र के द्वारा ₹2000 मानदेय दिया जाता है। जिसमें घर चलाना नामुमकिन है। 2010 के बाद में केंद्र सरकार से कोई भी मानदेय वृद्धि नहीं की गई है। 2016 से हाई कोर्ट में न्यूनतम वेतन देने का आदेश लागू अभी तक नहीं किया गया है ।रसोइयों को दिया जाने वाला एपिन हैंड कैंप ग्लव्स का धन उनके खाते में दिया जाए आयुष्मान योजना में ₹5लाख जोड़कर चिकित्सा बीमा का लाभ दिया जाए नवीनीकरण में रसोइयों को मनमाने ढंग से हटाने की व्यवस्था बंद की जाए।
मंडल संयोजक बृजभूषण ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश से रसोइयों की जिन्दगी बदल जाएगी। उन्होंने सभी रसोइयों से संगठन में शामिल होकर संघर्ष आगे बढ़ाने की अपील की है।
ज्ञापन देने वालों में तुलसी जिलाध्यक्ष डॉ प्रेमपाल जिला प्रभारी संगीता शर्मा जिला उपाध्यक्ष शांति जिला उपाध्यक्ष सुनीता, ईश्वर देवी,आशा मुन्नी देवी, जलधारा,संगीता, प्रेमवती, सुशीला,राज दुलारी, मोर कली, रामा देवी, सावित्री, सुकमा, रेशमा, सोमवती, जगबीर, गंगा देवी, रामवती, पीतम,रामप्यारी, सरोज, भगवान देवी, दुर्गेश, नन्ही, मोहनलाल , संगीता, राजपाल, रजनीश, रेखा, शीला, कांति, भूरी, तुलसी, कन्यावती, सीमा, पिंकी, कुसमा, गंगा देवी, भगवान देवी, सर्वेषा, सुषमा, बिमला, राधा, मोरकली, मुन्नी देवी, राम दुलारी , सरस्वती, विठोलादेवी, मानमती, अनेक श्री, रामवती, सोमवती, शरबती, पिंकी, मधुबाला, समेत दर्जनों रसोइया मौजूद थे।