सम्मल I अल्लामा इकबाल फाउंडेशन तत्वावधान में उर्दू सप्ताह कार्यक्रमों के अन्तर्गत रूहेलखंड में शोध का महत्व विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया।
शहर व आस पास के ग्रामीण इलाकों में उर्दू हफ्ता तकरीबात का सिलसिला 3 नवंबर से शुरू हो चुका है जो 9 नवम्बर तक चलेगा। आज 7 नवंबर 2023 को इसी सिलसिले में शहर के मशहूर तालीमी इदारे आजाद गर्ल्स कॉलेज संभल में एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
जिसकी सदारत मशहूर अदीबा डॉक्टर किशवर जहां जैदी ने की। जब के मेहमान खुसूसी की हैसियत से अमरोहा से तशरीफ़ लाए मशहूर ओ मारूफ अदीब डॉक्टर मिस्बाह अहमद सिद्दीकी ने की । इस सेमिनार का विषय रोहिलखंड में रिसर्च का स्तर था। सेमिनार में मौजू का परिचय कराते हुए डॉक्टर शहजाद अहमद ने कहा के हमारे इलाके रुहेलखंड मैं सदियों से अदबी काम किया जारहा है मौजूदा अहद में रुहेलखंड यूनिवर्सिटी में लगभग दो दर्जन से ज्यादा रिसर्च स्कॉलर मुख्तलिफ मौजू पर रिसर्च कर रहे हैं। अल्लामा इकबाल फाउंडेशन के सद्र प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी ने मेहमानों का इस्तकबाल करते हुए कहा के अल्लामा इकबाल फाउंडेशन का मकसद नई नस्ल तक उर्दू जबान को पहुंचना है। और यह सेमिनार भी इसी सिलसिले की एक कड़ी है। मेहमान ए खुसुशी डॉक्टर मिस्बाह अहमद सिद्दीकी ने इस प्रोग्राम की बाबत तबसरा करते हुए कहा कि इन मकालात को सुनकर कहना पड़ेगा कि हिंदुस्तान की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी की तरह यहां के रिसर्च स्कॉलर्स शोध के मैयार को बुलंद कर रहे हैं। इस सेमिनार में मोहम्मद हिलाल आलम ने प्रोफेसर खलीक अनजुम पर महफूज आलम ने सिनेमा के गीत अहमियत व इफादियत , नुसरत मेहंदी ने उर्दू तदवीन और मंजर अब्बास नकवी, रईस अहमद ने 21वीं सदी में रुहेलखंड में गैर अफसानवी अदब ,फरमान अब्बासी ने साबिर संभल की अदबी ख़िदमात , शफीक बरकाती ने निश्तर खानकाही का फन विषय पर मकाला पेश किया। प्रोफेसर आबिद हुसैन हैदरी ने तजजिया करते हुए कहा कि मकाला निगारो ने यह साबित किया है कि हम अपने मौजू पर ईमानदारी से काम कर रहे हैं। सद्र ए जलसा डॉक्टर किशवर जैदी ने कहा की मुबारकबाद के मुस्तहक है।इन्होंने इस प्रोग्राम में शामिल होकर अपने मौजों से दिलचस्पी के साथ उर्दू जबान से मोहब्बत का सबूत फराहम किया है ।सेमिनार में अलहाज मोहम्मद यामीन बरकती ,अलहाज तनवीर अशरफी, हकीम रययान युसूफ, कलीम अशरफ सलामी ने भी इजहार ख्याल किया।
सामाजिक कार्यकर्ता शारिक जिलानी ने इस मौके पर तालिबात से उर्दू मजमून को ज्यादा से ज्यादा पढ़ने की अपील की। सेमिनार में कॉलेज की अध्यापिकाऔ एवं विधार्थियों की बड़ी तादाद मौजूद थी ।
कॉलेज के मैनेजर फरहाद अहमद ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया ।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट