सहसवान I बताते चलें कस्बे में दरगाह मीरा शाह वली का उर्स चल रहा है जिसमें हजारों की तादाद में ज़ायरीन आते हैं दरगाह पर चादर पोशी करते हैं और अपनी मन्नतें दुआएं मांगते हैं जो उनकी पूरी होती हैं दरगाह कमेटी की तरफ से आये हुए ज़ायरीनो का लंगर का इन्तजाम किया जाता है और उसके दौरान दरगाह पर जलसे का प्रोग्राम रहता है जिसमें बड़े-बड़े दूर से उलमा ए इकराम शायराने इस्लाम तशरीफ़ लाते हैं जिसमें बुलंदशहर से आए मौलाना शकील अहमद रिजवी ने बहुत ही आलीशान तकरीर की उनकी तकरीर के दौरान लोगो के नारों से नारायेतकबीर से पंडाल गूंजता रहा। शायराने इस्लाम सईद अख्तर जोखनपुरी ने नबी की शान में नात पढ़ी जिसे सुनकर पूरा मजमा झूम उठा। और भी आए सभी
मौलानाओं वशायराने इस्लाम ने अपने-अपने कलाम पेश किए तकरीरें की जलसा करीब सुबह 4:00 बजे तक चला जलसे में तशरीफ लाए मौलाना शकील अहमद रिजवी बुलंदशहरी, मौलाना सैयद दिलदार
फर्रुखाबादी, कारी खलीकुर रहमान सहसवानी, कारी जीशान नदायल, रौनक अफरोज ख्वाजा हमीरुद्दीन कादरी सज्जाद नशीन दरगाह हमूरपुर चमनपुराशरीफ, शायराने इस्लाम सलमान राजा आगरा, मौलाना अब्दुल
कादिर भवानीपुर, शायराने इस्लाम, मौलाना सद्दाम भवानीपुर, ख्वाजा हिलाल मियां चमनपुराशरीफ, आए हुए इन सभी मेहमानों का इस्तकबाल दरगाह सेक्रेटरी इशरत कादरी ने फूलों से इस्तकबाल किया जलसे की निजामत कारी नाज़िर अली बरेलवी ने की।
रिपोर्ट सैयद तुफैल अहमद