महिलाओं के लिए रिजर्व इस पंचायत सीट पर रजनी अकेली ऐसी प्रत्याशी हैं जो सही मायनों में अपने बूते पर चुनाव लड़ रही हैं। उन्होंने गांव-गांव लोगों के घर जाकर जबरदस्त चुनाव प्रचार किया। वहीं बाकी महिला प्रत्याशियों की जगह उनके परिवार के पुरुष ही समर्थन मांगते नजर आए।
रजनी इसी बात को अपनी ताकत बताते हुए कहती हैं कि उनके वार्ड के लोगों को समझ आ गया है कि जो प्रत्याशी अपने लिए वोट मांगने उनके घर नहीं आ सकती वो जरूरत पड़ने पर थाना, तहसील, एसएसपी या डीएम के ऑफिस क्या जाएंगी।
रजनी का कहना है कि वे वकील भी हैं और पत्रकार भी, इसलिए उन्हें पता है कि थाने-तहसील से लेकर एसएसपी और डीएम के सामने कैसे आम लोगों की बात रखी जाती है। कैसे उनके छोटे से लेकर बड़े काम कराए जाते हैं।
रजनी को सभी समुदाय की महिलाओं और युवाओं का विशेष समर्थन मिल रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि रजनी को भाजपा के भीतर से भी बड़ा समर्थन मिल रहा है। भाजपा संगठन के तमाम दिग्गज तन-मन-धन से उनका चुनाव लड़ा रहे हैं।
ज्यादातर प्रत्याशी क्षेत्र के एक-दो गांव तक सिमटे रह गए हैं, लेकिन रजनी सिंह की सभी गांवों और समुदायों में अपनी पैठ बना चुकी हैं।