पीड़िता पुलिस के अत्याचार से धरने बैठी

बदायूँ। सहसवान थाना क्षेत्र के एक गांव में 11 सितंबर को बच्चों में आपस में झगड़ा हो गया था। जिसकी पीड़ित परिवार ने शिकायत की थी। तभी दूसरे पक्ष के दबंग लोग बासिर, नासिर, साबिर, सगीर, खुशी मोहम्मद, मुस्तकीम पीड़िता के घर की दीवार तोड़ कर अंदर घुसकर गाली गलौज करने लगे घर में रह रही महिलाओं ने इस बात का विरोध किया तो उनके साथ मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए दबंग लोग घटना को अंजाम देकर जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।जब पीड़िता थाने में तहरीर लेकर पहुंची तो पुलिस ने उल्टा पीड़िता के परिवार के चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है पुलिस पीड़ित परिवार की महिलाओं से बदसलूकी कर रही है और फैसले के लिए दवाब बन रही है। पीड़िता ने पुलिस से परेशान होकर एसएसपी के लिए एक शिकायती पत्र दिया है कार्रवाई न होने के कारण पीड़िता दो दिन से भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में मालवीय आवास गृह पर धरने पर बैठी है। पीड़िता का कहना है कि जब तक दबंग लोगों पर कार्रवाई नहीं हो जाती है तब तक धरने पर बैठी रहूंगी।

थाना क्षेत्र के गांव बाजपुर निवासी पीड़िता अमिन निशा पत्नी मुशाहिद 11सितंबर को बच्चों में आपस में झगड़ा हो गया था पीड़ित परिवार जिसकी शिकायत करने गया था। तभी दूसरे पक्ष के दबंग लोग बासिर, नासिर, साबिर, सगीर, खुशी मोहम्मद, मुस्तकीम पीड़िता की दीवार तोड़ कर घर में घुसकर गाली गलौज करने लगे घर में रह रही महिलाओं ने इस बात का विरोध किया तो मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए। बचाओ बचाओ का शोर सुनकर पीड़िता की गर्भवती ननद फीरोज वहां बचाने आई तो दबंगों ने मिलकर उसके साथ भी मारपीट शुरू कर दी तो शोर सुनकर गावों वालों ने दबंगों से पीड़िता को बचाया। पीड़िता भाग कर थाने तहरीर लेकर पहुंची तो पुलिस ने उसकी तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की और न मेडिकल कराया बल्कि पुलिस ने उल्टा पीड़िता के परिवार के चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है पुलिस पीड़ित परिवार की महिलाओं से बदसलूकी कर रही है और फैसले के लिए दवाब बन रही है।जबकि किसी व्यक्ति ने घटना का वीडियो भी बना लिया जिसमें साफ दिखाई पड़ रहा है दबंग पीड़िता के घर में घुस कर मारपीट करने आए थे। जिससे परेशान होकर एसएसपी को शिकायती पत्र दिया है अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता ने क्षुब्ध होकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले दो दिन से मालवीय आवास गृह पर धरने में बैठी है उसका कहना है कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाता तब तक धरने पर बैठी रहूंगी।