बदायूँ । दातागंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुष्ठ रोग नियंत्रण कार्यालय में तैनात पीएमडब्ल्यू समय से ऑफिस नही पहुंचता है अगर पहुंच भी जाता है तो ताला लगाकर ऑफिस के बाहर बैठ जाता है। ताला लगा देखकर आने वाले कुष्ठ रोगी मरीज घर वापस लौट जाते है। ऐसे कर्मचारी कुष्ठ रोग अभियान में सरकार की साख को बट्टा लगा रहे हैं।


कुष्ठ रोग नियंत्रण कार्यालय में तैनात पीएमडब्ल्यू निहालउद्दीन समय से ऑफिस नही पहुंचता है अगर कभी पहुंच भी जाता है तो ताला लगाकर ऑफिस के बाहर बैठता है जिससे मरीज को काफी परेशानी के सामना करना पड़ रहा है। कुछ मरीज तो ऑफिस में ताला लगा देखकर घर वापस लौट जाते है। पूर्व में यह कर्मचारी कोविड कंट्रोल रूम में ड्यूटी करता था वहां भी यह विवादित रहा है।


राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त करने के उद्देश्य से एक से 30 सितंबर तक पूरे माह सघन कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की 1095 टीमें घर-घर जाकर संभावित कुष्ठ रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिह्नित करेंगी। संदिग्ध रोगी की स्वास्थ्य केंद्र पर जांच की जाएगी। कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू किया जाएगा।
संदिग्ध रोगियों की जांच कर कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर संबंधित पीएमडब्ल्यू स्वास्थ्य केंद्र पर केस रजिस्टर कर उनका इलाज शुरू करेगा। मगर ऐसा यहां नहीं हो रहा है।


मरीजों की शिकायत है कि जब हम जाते है तो पीएमडब्ल्यू ऑफिस में नहीं मिलते हैं कुष्ठ रोगी नियंत्रण ऑफिस में ताला लगा रहता है। जिसको देखकर हम घर वापस लौट आते है।
सरकार के द्वारा लाखों रुपए खर्च करके सर्वे बुक भेजी गई थी कहा गया था कि घर- घर जाकर अभियान चलाकर कुष्ठ रोगियों की आशाएं खोज करेंगी रिपोर्ट के आधार पर मरीजों का इलाज शुरू होगा मगर सर्वे बुक अभी तक पीएमडब्लयू के द्वारा आशाओं को वितरण नही की गई है और सर्वे बुकें ऑफिस में रखी हुई है ऐसे में कुष्ठ रोगियों का सर्वे सफल अभियान कैसे होगा जहां ऐसे कर्मचारी कुष्ठ रोगी महत्पूर्ण अभियान को सरकार की साख को बट्टा लगा रहे हो। ऐसे कर्तव्य विमुख कर्मचारी के ऊपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।