भारतवर्ष में लगातार कोरोनावायरस संक्रमण बढ़ता जा रहा है और कई मौतें भी कोरोनावायरस से हो रही हैं इसी को ध्यान रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के समस्त कक्षा 1 से लेकर कक्षा 12 तक के समस्त स्कूलों को बंद करने का निर्णय लेते हुए कोचिंग संस्थानों को भी बंद रखने के निर्देश दिए हैं लेकिन सहसवान नगर में इंटर कॉलेजों के अध्यापक अपनी अपनी मनमर्जी पर उतारू है बच्चों को अपने कोचिंग सेंट्रो पर बुलाकर पढ़ाई करने से नहीं चूक रहे बल्कि कोरोनावायरस परोसने के लिए यह भ्रष्ट अध्यापक तैयार है बात यहीं नहीं खत्म होती अध्यापकों ने बच्चों को इतना प्रताड़ित कर रखा है कि अगर यह बच्चे ट्यूशन पढ़ने नहीं जाएंगे तो इन्हें अपने-अपने विषयों में नंबर कम देना प्रैक्टिकल में नंबर कम देना छात्र छात्राओं का क्लास के अंदर बार-बार मानसिक उत्पीड़न करना आम बात है अध्यापकों का यह भी कहना है कि हमारे तार शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों एवं नेताओं से हैं जिसके आगे कोई भी अधिकारी इनके सामने बौने साबित हो रहे हैं अगर सुबह 5 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक सड़कों पर बच्चों को बैग टांगे हुए इन भ्रष्ट अध्यापकों के पास जाने को मजबूर है बरहाल आज कई दिन हो चुके हैं जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कक्षा 1 से लेकर 12 तक के स्कूलों को पूर्णता बंद करने एवं कोचिंग सेंटरों को बंद करने के सख्त निर्देश दिए थे लेकिन सहसवान क्षेत्र में इसका पालन किसी भी तरह नहीं हो पा रहा है ना ही शिक्षा विभाग के किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या कर्मचारी ने सहसबान क्षेत्र का दौरा नहीं किया कहां-कहां कोचिंग सेंटर संचालित किए जा रहे हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहीं ना कहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी पूरी तरह मुंह बंद करे हुए बैठे हैं अब देखना यह है कि 15 मई तक की छुट्टी का शिक्षा विभाग के अधिकारियों या कर्मचारियों पर क्या प्रभाव पड़ता है या फिर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के आदेशों को यह अधिकारी कहां तक संज्ञान लेते हैं या नहीं बरहाल सहसबान नगर के कई संभ्रांत एवं अभिभावकों ने बताया है कि हम मजबूर हैं इन अध्यापकों के सामने क्योंकि अध्यापक अपने अपने विषय में बच्चों को फेल करने एवं बच्चों के साथ मानसिक उत्पीड़न करना आम बात है नगर के मोहल्ला शाहबाजपुर जहांगीराबाद अकबराबाद सैफुल्ला गंज नवादा नया गंज नसरुल्लागंज मृदा टोला काजी मोहल्ला चौधरी मोहल्ला पठान टोला मोहद्दीनपुर आदि स्थानों पर खुलेआम बच्चों को जाते आते ट्यूशन के लिए देखा जा सकता है