बदायूँ । वजीरगंज में जेजे ज्ञान कन्या महाविद्यालय में हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, सर्वप्रथम मुन्ना लाल इण्टर कालेज वजीरगंज के प्रधानाचार्य एवं प्रख्यात ओजस्वी कवि कुलदीप अंगार और प्रख्यात गीतकार डॉ अक्षत अशेष ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन करके कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया, इसके उपरान्त प्रख्यात ओजस्वी कवि कुलदीप अंगार और प्रख्यात गीतकार डॉ अक्षत अशेष के साथ मुन्ना लाल इण्टर कालेज, वजीरगंज के प्रधानाचार्य डॉ पुष्पदेव भारद्वाज का माल्यार्पण, प्रतीक चिन्ह एवं शाल उढ़ाकर महाविद्यालय की संस्थापिका ऊषा देवी, प्राचार्य डॉ अजीत शंखधार, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ उपदेश शंखधार एवं प्राध्यापक संजीव कुमार, झिलमिल वार्ष्णेय ,अनुज सक्सेना, साक्षी वार्ष्णेय एवं गिरिधर गोपाल गुप्ता द्वारा सम्मान किया गया। इस अवसर पर प्रख्यात गीतकार डॉ अक्षत अशेष ने हिन्दी शुभकामनाएं देते हुए हिन्दी की उपेक्षा पर दुख व्यक्त किया, साथ उनके काव्य पाठ से सम्पूर्ण महाविद्यालय परिवार और श्रोताजन गदगद हो
गए, उन्होंने पढा, भावों को जो अभिव्यक्त कराती
निज संस्कृति का जो बोध कराती , हिंदी है वह जन – मन की भाषा, हर दिन हम सब को जो गर्व कराती। श्रोताओं के अनुरोध पर उन्होंने अपने पिता राष्ट्रीय गीतकार डॉ उर्मिलेश की सुप्रसिद्ध ग़ज़ल लड़कियां लड़कियां लड़कियां: पढ़कर सभी को भाव विभोर कर दिया, हिन्दी विभागाध्यक्ष एवं प्रसिद्ध गीतकार डॉ उपदेश शंखधार ने अपने काव्य पाठ से सभी को मंत्र मुग्ध
कर दिया । कार्यक्रम के अंत में प्रख्यात ओजस्वी कवि कुलदीप अंगार ने अपने काव्य पाठ से हिन्दी की उपयोगिता और उसके महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने काव्य पाठ से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया उन्होंने कहा, अक्षर-अक्षर में अर्थों का व्यापक रूप समाया है, मात्राओं से भाव बदल देती हिन्दी की माया है । विशेष अनुरोध पर भ्रूण हत्या रचना सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया, अंत में प्राचार्य डॉक्टर अजीत शंख़धार ने सभी का आभार व्यक्त किया।