कादरचौक – 3 दिन से लगातार हो रही रिमझिम बारिश के कारण जीवन पूरी तरीके से अस्त व्यस्त हो गया है। किसानों और घर में रहने वालों लोगों का जीना दुश्वार हो गया है लोगों को लगातार हो रही बारिश से घर से निकलना मुश्किल के साथ गलियों में कीचड़ और गंदगी एकत्रित हो गई है विकासखंड कादरचौक के ग्राम लाभारी में बीती रात को बिजली का तार टूट कर गिर गया जिसके कारण चार भैस करंट की चपेट में आ गई और भैंसों की मौत हो गई। तभी मृतक भैंस के स्वामी ने थाना कादरचौक चौक पहुंचकर बिजली कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्राम लाभारी में बीती रात को 11:30 बजे पर हाई टेंशन लाइन का तार टूट कर जमीन पर गिर गया जिसे जमीन में करंट फैल गया वहीं पास में बंधी भैंसे में से चार भैंस करंट की चपेट में आ गई जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई आवाज सुनकर ही ग्रामीण लोग घर के बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि बिजली का तार जमीन पर टूटा हुआ गिरा है जमीन पर बरसात होने के कारण पानी में करंट फैला हुआ था घरवाले और ग्रामीण लोग तख्ते,लकड़ी और भूसे के ऊपर पर चढ़ गये और जैसे तैसे करके उन्होंने अपनी जान बचाई तभी सभी ग्रामीण लोग कादर चौक विद्युत केंद्र पर पहुंच गए और गेट पर जाकर कर्मचारियों को आवाज देने लगे मगर किसी ने कोई भी आवाज नहीं सुनी ग्रामीण ने कर्मचारियों को फोन लगाया मगर किसी भी कर्मचारी ने रात को फोन नहीं उठाया उसके कुछ देर बाद ग्रामीणों ने विद्युत केंद्र के अवर अभियंता को फोन लगाया अवर अभियंता ने भी फोन नहीं उठाया जब सुबह हुई तो ग्रामीणों ने फोन करके विद्युत कर्मचारियों को टूटे तार की सूचना दी तब जाकर विद्युत कर्मचारियों ने सप्लाई को बंद किया मगर जब तक महेश चंद्र की चार भैंस खत्म हो चुकी थी महेशचंद्र का लाखों रुपए का नुकसान हो गया उसके घर में भैंसों के मरने के बाद कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है महेश चंद ने सुबह थाना कादरचौक पहुंचकर बिजली कर्मचारियों के खिलाफ लिखित शिकायत की है और शिकायत करने के बाद कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। महेश चंद्र ने बिजली
कर्मचारियों को आरोप लगाया है कि अगर बिजली कर्मचारी रात को हम लोगों का फोन उठा लेते तो हो सकता था कोई हादसा होने से बच जाता मगर यहां पर बिजली कर्मचारियों ने फोन नहीं उठाया जिसके कारण हम लोगों ने जैसे तैसे कर के अपनी जान बचाई ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसे लापरवाह संविदा कर्मचारियों को तत्काल नौकरी से हटाया जाए जो जनता की समस्याओं को नहीं सुन रहे हैं और जो समय पर फोन नहीं उठा रहे हैं।
अगर देखा जाए तो यहां पर हमको बिजली कर्मचारियों की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है अगर रात के समय पर ग्रामीण बिजली घर पर सप्लाई बंद करने के लिए पहुंचे थे अगर विद्युत कर्मचारी उनकी आवाज सुनकर दरवाजा खोलकर बिजली सप्लाई बंद कर देते हो सकता था महेश चंद की भैंसों की मौत नहीं होती। इसके कारण ग्रामीणों जनता में विद्युत कर्मचारियों के खिलाफ भारी आक्रोश फैला हुआ है। जिला संवाददाता
रिपोर्ट शिव प्रताप सिंह