गांव में पुलिस व PAC तैनात
विवाद पर अधिकारियों के जिम्मेदारी होगी तय, ADG
आईजी राकेश सिंह का भी रूख रहा सख्त
ADG की शक्ति के बाद रात में ही 11 आरोपियों को किया गया गिरफ्तार..
रात 1:00 बजे थाने पहुंचे एडीजी पीसी मीणा और आईजी राकेश सिंह
बरेली में आंवला के महमूदपुर में हुए सांप्रदायिक विवाद के बाद एडीजी जोन पीसी मीणा रात 1:00 बजे IG राकेश सिंह के साथ थाने पहुंच गए ADG व आईजी को थाने में देख पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया,उसके बाद ADG ने रात 1.30 बजे सारे अफसरों को तलब किया और ऐसी घटनाओ पर सख्त नाराजगी जताई और कहा कि ऐसी घटनाएं पर अनिवार्य रूप से अंकुश लगाया जाना चाहिए,फिर विवाद हुआ तो इसमें अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के भी निर्देश एडीजी ने अधिकारियों को दिए,
एडीजी के सख्त रबैया को देखते हुए रात में ही अधिकारियों का पुलिसकर्मियों ने 11 आरोपितों को पकड़ लिया,गांव में पुलिस को तैनात कर दिया गया है जिससे कि कोई भी चूक ना हो पाए, आपको बता दें कि गुरुवार को मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहे हैं गांव के सादिक ने बाहर रहने वाले नेमपाल पाल की मां से मस्जिद के बाहर पड़ी ईंटो को ले जाने का आरोप लगाया था और गाली गलौज की थी जिसका विरोध किया गया तो उस समय कुछ लोगों ने बीच में पढ़कर मामला निपटा दिया,उसके बाद में सादिक अपने पुत्रों के साथ लेकर हिंदू पक्ष के नेमचंद के घर पर पहुंच गया और पथराव किया इससे बड़ा बवाल हो सकता था, पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर लिया और गांव में पुलिस तैनात कर दी,लेकिन गिरफ्तारी करने में ढील डाल दी, इसी मामले को लेकर ADG नाराज दिखे, आपको बता दें कि जोगी नवादा कांड में भी ADG के सख्त निर्देश के बाद ही पुलिस हरकत में आई थी और पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी,उस समय भी नवादा कांड में एडीजी पीसी मीना ने अधिकारियों की सुबह 7:00 बजे बुलाकर मीटिंग बुला ली थी, रात 1 बजे थाने पहुंचकर एडीजी ने यह मैसेज दे दिया है कि कानून व्यवस्था के साथ किसी को खिलवाड़ नहीं किया जाने दिया जाएगा, अधिकारी भी अपनी कार्यशाली सुधार लें नहीं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना निश्चित है,
वहीं एडीजी पीसी मीणा का कहना है कि आरोपितों पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं ऐसी घटनाएं बार-बार ना हो इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है..