बदायूं। अज्ञात कारणों से सदर तहसील पश्चिम का बंद द्वार को खोले जाने हेतु जनपद के भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान सदस्यों द्वारा कई बार आलाधिकारिंयों को ज्ञापन दिये गए। किंतु तहसील प्रशासन की उदासीनता के कारण इस विषय पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।
मीट की दुकानों से होती है गंदगी।
बताते चलें कि, नगर पालिका व तहसील प्रशासन की उदासीनता के चलते तहसील पश्चिम दीवार व आबादी में मांस ( बकरा मुर्गा व मछली ) व्यापार सम्बंधित मांस की दुकाने व मछली आड़तें अवैध तरीके से पुनः सुचारू हो गईं। अगर प्रशासन चाहे तो कोरोना कर्फ्यू की तरह आनन फानन में इस गंदगी से वस्ती वालों को निजात दिलबा सकता है। किंतु नहीं, प्रशासन तो मीट, मछली के ठेकेदारों पर कोरोना के टीके की तरह महरवान है। अब देखना यह होगा कि, क्या बस्ती बालों पर कब होगा प्रशासन महरवान, कब मिलेगी बस्ती बालों को इस नरकीय जिन्दगी से आजादी।
देखे किस तरह हो रहा है गंदगी का व्यापार।
बतादें, कोरोना काल के चलते बीच शहर जनता फिर से दुर्गंध व दूषित वातावरण में जीवन निर्वाह करने को मजबूर हो गई है। सब्ज़ी मंडी गेट के सामने तहसील पूर्वी गेट व क्रिश्चियन हायर सेकंडरी स्कूल के सामने तहसील उत्तरी सदर गेट – दोनो गेटों पर रेडीमेड व्यापार खोके व फड़ व ठेले आदि से अतिक्रमण होने के कारण दोनों गेट पूर्ण रूप से नहीं खुल पाते हैं। वहीं अज्ञात कारणों से बंद तहसील पश्चिमी गेट को न खोले जाने के कारण तहसील प्रार्थीगड को तहसील प्रशासन की उदासीनता के चलते जनता को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

नाला में पड़ी गंदगी ने किया है जीना दूभर।
जनता ने जिला अधिकारी महोदया से बीच शहर में अज्ञात कारणों से बंद सदर तहसील पश्चिमी द्वारा खोले जाने व उपरोक्त दोनो गेटों से अतिक्रमण को हटाए जाने व तहसील पश्चिमी द्वार पर लगी दीवार हटाए जाने व पश्चिमी दीवार व आबादी से लगे मांस व मछली व्यापरियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

रिपोर्टर रामू सिंह (म्याऊ)