समाजवादी पार्टी बदायूॅ जिलाध्यक्ष प्रेमपाल सिंह यादव जो कि अध्यक्षी की कुर्सी सम्भलते ही हुए बेलगाम।
पार्टी के छोटे कार्यक्र्ता से ही गाली-गलौच पर उतरे, दे डाली धमकियाॅ।
जहाॅ एक ओर सपा मजदूर और किसान की पार्टी कहलाती है वही दूसरी ओर धरातल की यह हकीकत सामने दिखाई दे रही है
सपा बदायूॅ के इतिहास में कभी नही हुआ पार्टी कार्यक्र्ताओं का इतना अपमान।
अपने मोबाइल फोन से ही अध्यक्ष ने दे डाली खुलेआम गालियाॅ व दी गई निबटाने की धमकियाॅ।
सपा कार्यक्र्ता महबूब अली जो कि जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी थे जोर-शोर से चुनाव की तैयारी कर रहे थे, वार्ड न0 03 मैल्हापुर से थे प्रत्यार्शी
वर्ष 2011 में उक्त सीट जो कि बरखेडा के नाम से थी जिसपर महबूब अली को जिला पंचायत के चुनाव में 3500 वोट मिले थे।
समाजवादी पार्टी की कमान सम्भाल रहे पूर्व मुख्यमंत्री मा0 अखिलेश यादव जो कि कार्यकर्ता पूरे सम्मान की बात करते है वही दूसरी ओर जनपद बदायूॅ में सपा कार्यक्ताओं के साथ अभद्र भाषा व गाली-गलौच कर समाजवादी पार्टी को बदनाम करना चाहते है केवल झण्डा लगाने के मामले ने तूल पकडा, जनपद में एक-एक सीट से 4-4 यादव प्रत्याशी समाजवादी का झण्डा लगाकर प्रचार कर रहे है लेकिन अध्यक्ष द्वारा उन किसी के साथ ऐसा दुव्र्यवहार नही किया जा रहा है लेकिन महबूब अली को धर्म विशेष का होने के नाते प्रताडित व अपमानित किया गया है। महबूब अली जो कि जमीनी नेता है पूर्व में भी जिला पंचायत का चुनाव लड चुके है व 3500 वोट पा चुके है। लेकिन ऐसा व्यवहार उनकेे व जनपद में सपा के किसी नेता/सपा कार्यक्र्ता के साथ नही किया गया। ऐसा करना निन्दनीय है पीडित महबूब का कहना है कि इस दुव्र्यवहार व अपमान के खिलाफ व न्यायालय जाऐगा अपना पक्ष रखकर इंसाफ की माॅग करेगा, जाकि इंसाफ मिल सके।