बाल केंद्रित शिक्षा सर्वोपरि कालिका प्रसाद

बदायूँ । स्थानीय मीरा चौकी स्थित श्री राम सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में एक दिवसीय जिला स्तरीय शिशु वाटिका प्रशिक्षण वर्ग मां सरस्वती के समक्ष प्रधानाचार्य कालिका प्रसाद गंगवार ने दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गंगवार ने शिशु वाटिका की जानकारी देते हुए कहा की शिशु विकास के क्रम में यदि शिक्षण क्रिया आधारित हो तो शिशुओं का सर्वांगीण विकास निहित होता है।
इसके अनुरूप विभिन्न आयाम जिसमें तरण ताल ,चिड़ियाघर, वास्तु संग्रह ,पुस्तकालय ,विज्ञान क्रियाकलाप आदि जानकारी शिशुओं को प्रारंभ से ही प्रकृति द्वारा प्राप्त होती है। हमें अपने शिक्षण कार्य से उनको प्रकट करने की आवश्यकता है ।
जिसको प्राप्त कर शिशु अपने जीवन के उच्च शिखर की ओर जागृत होने लगता है।
विद्या भारती इसकी दिशा में प्रयासरत है।


जिला संयोजक रजनीश मिश्रा ने शिशु वाटिका की 12 शैक्षिक व्यवस्थाएं, 14 क्रियाकलाप, का प्रशिक्षण जिसमें विभिन्न प्रकार के गीत, सहायक सामग्री निर्माण करना आदि सिखाया गया।
जिसके द्वारा शिशुओं को सहज और सरल रूप में शिक्षा प्राप्त हो आनंद की अनुभूति करते हुए शिशु जब शिक्षा ग्रहण करता है तो वह जीवन पथ पर आगे बढ़ता है।
इस अवसर पर संपूर्ण बदायूँ जिले के शिशु शिक्षा समिति के चलने वाले सभी सरस्वती शिशु मंदिरों के आचार्य एवं दीदी उपस्थित रहे।