बदायूँ के थाना सहसवान में जमीन और चकरोड पर गांव के ही लाल सिंह के द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है। जिसकी शिकायत भी अधिकारियों से की गई, लेकिन जमीन अभी भी कब्जा मुक्त नहीं हुई है।

सहसवान। बताते चलें कि जनपद बदायूँ के थाना सहसवान क्षेत्रांतर्गत ग्राम नगला मिश्र में दबंग लाल सिंह के द्वारा खेत स्वामी की भूमि एवं चकरोड पर अवैध कब्जा कर लिया है। इतना ही नहीं अवैध कब्जा कर जमीन को जोत कर बाउंड्री निर्माण कार्य भी करा लिया है।

क्या होता है मस्जिद का इमाम

आपको बता दें इमाम वह व्यक्ति होता है जो समाज में सम्मान का हकदार होता है और मस्जिद में नमाज भी अदा करवाता है। मस्जिद के इमाम के साथ इस प्रकार के उत्पीड़न और अधिकारियों के उदासीन रवैये से एक समुदाय विशेष के लोगों में रोष व्याप्त है। उच्च अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए सहसवान एक शांत जगह है और यहां के आपसी भाईचारे की मिसाल आसपास की जिलों में भी दी जाती है। आजकल के माहौल में छोटी से छोटी बात पर तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है इसके दृष्टिगत अधिकारियों को इनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करके समाज को एक सकारात्मक संदेश देना चाहिए।

आखिर क्या है पूरा मामला

आपको बता दें मुशाहिद अली पुत्र साबिर खान मोहल्ला भट्टी टोला शहवाजपुर सहसवान का निवासी है जो कि एक मस्जिद का इमाम है। मुशाहिद अली का एक खेत तहसील सहसवान थाना सहसवान के क्षेत्रांतर्गत ग्राम नगला मिश्र में है। उक्त कृषि भूमि गाटा संख्या 139 जो की ग्राम नगला मिश्र में स्थित है उसकी स्वामिनी मुशाहिद अली की पत्नी रिजवी है, जिस पर वह अपनी खेती बाड़ी करते हैं। रिजवी पत्नी मुशाहिद अली की भूमि गाटा संख्या 139 से लगा हुआ दक्षिण दिशा में एक चकरोड है इसी चकरोड के दूसरी तरफ दक्षिण दिशा में लाल सिंह व नित्यानंदन पुत्र कोमिल की भूमि है। लाल सिंह व नित्यानंदन ने अपने खेत की जुताई के साथ चकरोड भी जोत लिया और साथ में तकरीबन 2 विस्वा जमीन मुशाहिद अली की भी जोत ली, जमीन जोतने के साथ ही उसमें नींव भी भरवा दी। लाल सिंह और नित्यानंदन ने मुशाहिद की लौकी और तुरई की फसल खड़ी भूमि को भी जोत लिया जिसकी जानकारी मुशाहिद को खेत पर जाने के बाद हुई। लाल सिंह और नित्यानंदन ने फसल को नुकसान पहुंचाते हुए भूमि को जोत लिया और गालियां बकते हुए और एलानिया धमकी देते हुए कहा इस सरकार में हमारा राज है, हम जो चाहे कर सकते हैं, अभी तो सिर्फ जमीन जोती है अब निर्माण भी कराएंगे, देखते हैं हमें कौन रोकेगा। जो भी बीच में आएगा वह मारा जाएगा। जबकि नक्शे के अनुसार चकरोड के उत्तरी भाग में उक्त लोगों का कोई रकबा नहीं है। उक्त लाल सिंह और नित्यानंदन ने तकरीबन ₹50000 की फसल पलटकर नुकसान कर दिया है तथा जान से मारने की धमकी दी है।

संपूर्ण समाधान दिवस में की थी शिकायत

आपको बता दें कि तहसील सहसवान में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में भी मुशाहिद अली ने शिकायत की थी, लेकिन अधिकारियों के उदासीनता के चलते मामला जस का तस रहा। जब अधिकारियों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया तो उक्त लोगों के हौसले बुलंद हो गए और उक्त लोगों ने जमीन और चकरोड जोतने के बाद नींव भी लगा दी। संपूर्ण समाधान दिवस पर यदि अधिकारियों ने संज्ञान लिया होता तो उनके हौसले पस्त हो जाते।

तमाम शिकायतों के बावजूद कुछ नहीं हुआ

उक्त अवैध कब्जे को रुकवाने व हटवाने के लिए तहसील प्रशासन और कोतवाली सहसवान को लगातार शिकायती पत्र दिये गए, लेकिन अभी तक कोई‌ कार्रवाई नहीं की गई। प्रशासन की उदासीनता के चलते अवैध कब्जा करने वालों का हौसला बुलंद है। और चकरोड पर अवैध कब्जे के कारण ग्रामीणों को भी काफी परेशानी हो रही है।

रिपोर्ट सैयद तुफैल अहमद