सम्भल। अनुष्क सेलिब्रेशन हॉल में आयोजित श्री मद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा में बाल व्यास श्री मृदुलकिशोर जी महाराज ने भगवान प्राकट्य की कथा का बड़ा ही मनोहारी वर्णन किया जिसे सुनकर सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। सुंदर- सुंदर बधाई गीतों के साथ सभी उपस्थित
श्रोताओं ने आनन्दानुभूति की। नंद के आनंद भयो जय कंन्हैया लाल की, नंद जूं के आंगन में बाज रही बधाई हो बधाई ,गीतों का रसपान करा कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। भगवान अपने भक्तों को अपनी लीला का दर्शन लाभ देने के लिए समय समय पर पृथ्वी पर आते हैं । भगवान अपने भक्तों के आधीन है यह स्वयं भगवान ने स्वीकार किया है।कथा में अभिषेक गुप्ता, डॉ
दुर्गा टंडन, रेखा रस्तोगी,कुंजन गुप्ता, डी सी गुप्ता,नीलम, कृष्णप्रिया, राजेश सिंह, सुनीता सिंह, भारत विकास परिषद के सदस्य आदि उपस्थित रहे।
सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट