बदायूँ । भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता को 23 जुलाई के लिए गांव के पास एक बाइक सवार ने टक्कर मारी दी थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत को गंभीर देखते हुए डाक्टरों ने 24 जुलाई को राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों और स्टॉफ की लापरवाही के चलते किसान नेता को बरेली के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां उनकी सोमवार की सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। जिससे भारतीय किसान यूनियन के नेताओं में इस बात को लेकर भारी रोष है।
बिल्सी थाना क्षेत्र गांव खैरी निवासी बाबू खां 23 जुलाई के लिए अपने गांव के पास एक बाइक सवार ने टक्कर मारी दी थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत को गंभीर देखते हुए डाक्टरों ने 24 जुलाई को राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिसिटी अस्पताल बरेली में चल रहा था।सोमवार की सुबह बाबू खां का इंतकाल हो गया। इंतकाल की खबर मिलते ही भारतीय किसान यूनियन के मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह मंडल प्रवक्ता राजेश सक्सेना सतीश साहू राशिद अब्बासी नूरुद्दीन अजब सिंह राजपूत जिला महासचिव नरेंद्र कुमार सक्सेना समेत पदाधिकारियों ने शोक संवेदना व्यक्त की।भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता कुमार सक्सेना ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के डाक्टरों और स्टाफ में बहुत ही निर्ममता हैं यह मरीज के साथ कसाई की तरह व्यवहार करते है।
उन्होंने ने कहा एक जुझारू कर्मठ ईमानदार किसान नेता के लिए खो दिया है जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती शोक की लहर दौड़ गई है जिले भर के कार्यकर्ताओं में शोक व्याप्त है।
बाबू खां ने जेल भरो आंदोलन और बड़े बड़े धरना प्रदर्शन में सक्रिय रहकर भागीदारी निभाई। आज संगठन में उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा बाबू खां हमारे बहुत पुराने साथी थे उन्होंने हमेशा किसान आंदोलन के लिए सहयोग किया है और किसानों के लिए हमेशा महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा है राजकीय मेडिकल कॉलेज का इलाज भारतीय किसान करेगी भ्रष्टाचार में लिप्त प्रधानाचार्य एनसी प्रजापति को सबक सिखाने के लिए बड़े आंदोलन का आगाज किया जाएगा।