ईट भट्टा स्वामी से हमसाज होकर लेखपाल कर रहा किसान का उत्पीड़न
सम्भल। नक्शे में चकरोड न होने के बावजूद किसान के खेत में जबरन चकरोड बना लिया, जिससे किसान को काफी परेशानी हो रही है, उसकी सुनने वाला कोई नहीं, किसान ने तहसील दिवस से लेकर तमाम उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिए, लेकिन कार्रवाई अभी तक नहीं हो पाई, किसान काफी परेशान है उसकी सुनने वाला कोई नहीं।
सम्भल चंदौसी तहसील के ग्राम अमियापुर के रहने वाले ओमप्रकाश व मोहन तथा दया पाल ने बताया कि उसकी भूमि ग्राम गुमथल सड़क किनारे स्थित है। जिसकी गाटा संख्या 48 रकबा जीरो 0. 28 हेक्टेयर है। मोहम्मदपुर काशी को एक चकरोड जा रहा है और ईसके किनारे ईट भट्टा मौजूद है। ईट भट्टा लगा होने के कारण चकरोड
उसके खेत में नियम विरुद्ध तरीके से चल रहा है, जबकि नक्शे में चकरोड सीधा जा रहा है।गलत चकरोड चलने की शिकायत उसने कई बार तहसील और उच्च अधिकारियों से की, लेकिन अभी तक चकरोड कब्जा मुक्त नहीं कराया जा सका है। जिससे मानसिक और आर्थिक रूप से काफी परेशानी हो रही है। किसान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में चकरोड चिन्हित कराकर भूमि को अवैध कब्जा मुक्त कराने की गुहार लगाई है, उसका कहना है कि क्षेत्रीय
लेखपाल कार्य में लीपापोती कर रहा है और ईट भट्टा स्वामी से पूरी तरह हमसाज होकर उसके साथप नाइंसाफी हो रही है। किसान ने लेखपाल पर भी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है, किसान का कहना है कि
तहसील दिवस से लेकर मुख्यमंत्री के पोर्टल और थाना दिवस में लगातार शिकायती पत्र दे चुका है। क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर जाता है और बिना नक्शा देखें ईट भट्टा स्वामी से
अवैध शुल्क लेकर बिना कार्रवाई किए वापिस चलाता है। लेखपाल के कारण उसे इंसाफ नहीं मिल पा रहा है और अभी तक उसके खेत में अवैध रूप से चकरोड चल
रहा है। जिसका चकरोड मुक्त होना अत्यंत आवश्यक है, मुख्यमंत्री से एक बार फिर किसान ने गुहार लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट