सांख्यिकीय आंकड़े हमारी जिंदगी को प्रत्यक्ष रूप से ना होकर अप्रत्यक्ष रूप से करते हैं प्रभावित जब देश तरक्की करता है तो यह आंकड़े हमें गर्व महसूस कराते हैं…जिलाधिकारी

सम्भल।आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मनीष बंसल की अध्यक्षता में सांख्यिकी आंकड़ों के संग्रहण के लिए कार्यशाला एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के व्यापार एवं उद्योग बंधुओं

तथा अन्य क्षेत्रों से संबंधित विभागीय अधिकारियों ने कार्यशाला में भाग लिया। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी पुलकित श्रीवास्तव द्वारा बताया गया कि भारत की आजादी के अमृत काल में मा. प्रधानमंत्री के भव्य एवं

विकसित भारत निर्माण के प्रण तथा प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाए जाने की मा. मुख्यमंत्री जी की संकल्पना को दृष्टिगत रखते हुए आज कार्यशाला का आयोजन किया गया है।


वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी, एन एस ओ मुरादाबाद मो. सलमान द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य के विषय में प्रकाश डालते हुए कहा गया कि उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है विभिन्न सेक्टर का जी वी ए आकलन करने हेतु प्रदेश में विभिन्न प्रकार के सर्वेक्षण यथा एएसयूएसई, पीएलएफएस, एनएसएस, एएसआई संचालित हैं।


मुख्य विकास अधिकारी कमलेश सचान ने कहा कि आंकड़ों का विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होता है। अतः सभी लोग ,उद्योग प्रतिष्ठान या अन्य संस्थाएं एवं ग्रामीण क्षेत्र आदि सही आंकड़े दें और यहां आए उद्योग संस्थान के लोग लोगों को सही आंकड़े देने के लिए जागरूक करें एवं उन्हें विश्वास दिलाया कि सभी आंकड़े गोपनीय रखे जाएंगे इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार हो ।


जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा देश या प्रदेश जब तरक्की करता है तो हमें गर्व महसूस होता है सांख्यिकीय आंकड़े हमारी जिंदगी को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित ना करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करते हैं परंतु जब देश विकास के पथ पर चलता है तो यह आंकड़े हमे गर्व भी महसूस कराते हैं । इन आंकड़ों पर देश ही नहीं विदेश के लोगों की भी नजर रहती है, तथा इनके आधार पर देश के बाहर के उद्योग संस्थान इंवेस्टमेंट करते हैं। देश के अंदर हर राज्य के आंकड़े भी जारी किए जाते हैं तथा अन्य इंडिकेटर का भी सर्वे होता है । मुख्यमंत्री जी के द्वारा एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना देखा गया। जिसको हमें साकार करना है हमें अपनी अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाना है ।संभल जनपद निर्यात के आंकड़ों में अपना स्थान रखता है यहां की ग्रोथ रेट ज्यादा है।

हमारा जनपद आने वाले समय में एक्सपोर्ट्स शेयर को पूरे प्रदेश में बढ़ा सकता है। सांख्यिकी आंकड़ों का बहुत ही गंभीरता से विश्लेषण किया जाता है । हमारे आंकड़े अगर गलत होंगे तो आर्थिक योजना के अंतर्गत हमें जो लाभ राज्य सरकार से मिलना चाहिए वह नहीं मिल पाएगा। इन चीजों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के नियोजन विभाग के द्वारा यह कार्य शाला आयोजित की जा रही हैं ताकि सही एवं गुणवत्ता युक्त आंकड़े प्राप्त हो सकें। उन्होंने बताया कि सांख्यिकी से संबंधित पांच प्रकार के सर्वे होते हैं उनके विषय में आप सभी को इस कार्यशाला में जानकारी दी जाएगी। इसमें सभी एसोसिएशन का सहयोग मिलना चाहिए ताकि सही आंकड़े लोगों से प्राप्त हो सकें और उन्होंने कहा कि आंकड़ों की गोपनीयता को बरकरार रखा जाएगा ।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों का भी सेन्सीटाइजेशन होना है जहां आवश्यकता है जहां कहीं भी आप आंकड़ों में विसंगति देखते हैं उनको दूर करने के लिए अपने स्तर कार्य करें या हमारे स्तर पर बताएं ताकि सही एवं गुणवत्ता युक्त आंकड़े प्राप्त हो सकें। ऐसे ही हमारे इंडस्ट्रीज, उद्योग ,व्यापार के लोग भी सही आंकड़े दें तथा लोगों को सही आंकड़े देने के लिए जागरूक करें ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कमलेश सचान, संयुक्त आयुक्त उद्योग योगेश कुमार ,प्रभागीय वन

अधिकारी अरविंद कुमार, डिप्टी कलेक्टर विनय कुमार मिश्रा ,जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रत्नेश कुमार एवं पुलकित श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार,जिला पूर्ति अधिकारी एसपी शाक्य ,खादी ग्रामोद्योग अधिकारी सतवीर सिंह, अपर सांख्यिकी अधिकारी, सहायक सांख्यिकी अधिकारी आदि मौजूद रहे। कार्यशाला का संचालन डीएसटीओ पुलकित श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

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