सम्भल मे अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के अंतर्गत शाखा संभल महिला मंडल द्वारा रक्तदान एवं रक्त जांच शिविर का आयोजन बच्चा हॉस्पिटल ब्लड सेंटर मुरादाबाद रोड पर किया गया।
संगीता गुप्ता ने कहा कि अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के द्वारा लगाए गए शिविर में 10 यूनिट रक्त इक्ट्ठा हुआ। उन्होंने बताया कि लोगों द्वारा रक्त दान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है। खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है।
नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है।
संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि कई बार मरीज़ो के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरुरत मंद की मदद हो सकेगी।
अनीता गुप्ता महिला मंडल अध्यक्ष ने कहा कि ब्लड यानी खून एक ऐसी चीज़ है जिसे बनाया ही नहीं जा सकता। इसकी आपूर्ति का कोई और विकल्प भी नहीं है। यह इंसान के शरीर में स्वयं ही बनता है। कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करके, अनगिनत जरूरतमंदों की जिंदगी बचाने के उद्देश्य से हर साल 23 जुलाई को पूरे उत्तर प्रदेश मे हमारी संस्था के द्वारा मनाया जाता है
अनुराधा गुप्ता, उपाध्यक्ष ने बताया कि
शिविर के दौरान युवाओं सहित महिलाओं ने रक्तदान करने में बढ़ चढ़कर भाग लिया।
शिविर में कई युवाओं ने अपनी माताओं व पत्नियों के साथ रक्तदान किया। महिलाओं ने रक्तदान कर कहां की हर किसी को रक्तदान करना चाहिए।
कहा कि कुछ लोग रक्तदान करने से डरते है, जबकि नि:संकोच रक्तदान करना चाहिए।
रक्तदान महादान है और इससे हम किसी का जीवन बचा सकते हैं। हर स्वस्थ व्यक्ति को प्रत्येक तीन माह पर रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें जितनी रक्त की आवश्यकता है, उतनी मात्रा में लोग रक्तदान नहीं कर रहे हैं।
डोनर का मतलब ऐसे लोग, ।जो बिना पैसे लिए अपनी मर्जी से और नि:स्वार्थ भावना से आगे आकर खून जैसे अनमोल तोहफे को दान में देते हैं। यह दिन ऐसे ही लोगों की सराहना करने के लिए बनाया गया है। इस दिन को मनाने का एक मकसद दूसरे लोगों को ब्लड डोनेशन के प्रति जागरुक करना भी है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम को करने के लिए आगे आएं। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो यह सोचते हैं कि आखिर रक्तदान करना क्यों जरूरी है।
रक्तदान को महादान कहा जाता है क्योंकि ऐसा करके आप कहीं किसी की जान बचा सकते हैं। डोनेट किए गए ब्लड को रोगियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिन्हें सर्जरी या फिर कैंसर जैसे उपचार के दौरान ज़रूरत पड़ती है। इसके अलावा कई बार सड़क दुर्घटना या दर्दनाक चोट लगने पर भी खून की ज़रूरत पड़ती है और आपके आसपास सेम ब्लड ग्रुप के लोग मौजूद नहीं होते। ऐसे समय पर ब्लड बैंक ही है, जो आपकी मदद करता है। हालांकि, रक्तदान करने के कुछ नुकसान नहीं होता बल्कि डोनर को हमेशा फायदा ही होता है।
शालिनी गुप्ता केंद्रीय सदस्य ने कहा कि
ब्लड डोनर का मतलब ऐसे लोग, जो बिना पैसे लिए अपनी मर्जी से और नि:स्वार्थ भावना से आगे आकर खून जैसे अनमोल तोहफे को दान में देते हैं। यह दिन ऐसे ही लोगों की सराहना करने के लिए बनाया गया है। इस दिन को मनाने का एक मकसद दूसरे लोगों को ब्लड डोनेशन के प्रति जागरुक करना भी है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस काम को करने के लिए आगे आएं।
जीवन रक्षक- बहुत से लोगों को तत्काल रक्त की आवश्यकता होती है और रक्तदान करके हम आसानी से उन्हें जीवनदान दे सकते हैं। यह दुनिया में किसी काम को करके मिलने वाली सबसे बड़ी संतुष्टि में से एक है, जिसे रक्तदान करने वाला ही अनुभव कर सकता है। इसके अलावा रक्तदान करने वाला व्यक्ति समाज में गौरवान्वित स्थान रखता है और दूसरों के लिए प्रेरणा होता है।
शारीरिक सिस्टम में सुधार करता है- रक्तदान करने के बाद, शरीर में सेल्स की संख्या कम हो जाती है, जिसके बाद नए सेल्स बनने शुरू होते हैं। यह निश्चित रूप से एक हेल्दी प्रोसेस है, जिसे करने के बाद व्यक्ति ठीक और फिट रह सकता है। रक्तदान के बाद शरीर में नए सिरे से खून बनना शुरू होते हैं, जो पूरे शरीर को तरोताजा कर देते हैं। इससे कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि रक्तदान शिविर में हर साल महिलाएं अपना सहयोग करती आ रही है। यह महिलाएं अपने घर के काम के साथ-साथ समाज हित का भी काम कर रही है। उन्होंने रक्तदान करने वाली महिलाओं का उत्साह बढ़ाकर प्रमाण पत्र भी बांटे।
जिसमें सभी ने पूर्ण सहयोग दिया मयंक गुप्ता, संजय कुमार गुप्ता, सौरभ गुप्ता, दीपांशु गुप्ता, मीना, कुंवरपाल,रवि गुप्ता ने खून दिया| यह शिविर हर वर्ष हर शहर में माथुर वैश्य सभा की ओर से लगाया जाता हैं| यह सप्तम राष्ट्रीय रक्त दान शिविर है| इसमें सहयोग संजय कुमार गुप्ता कंपनी कमांडर, मुकुल गुप्ता केंद्रीय सदस्य, श्रीमती अनीता गुप्ता महिला मंडल अध्यक्ष, मंत्राणि संगीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष मंजू गुप्ता, उपाध्यक्ष अनुराधा गुप्ता, वंदना गुप्ता, राजिनी गुप्ता, पूनम गुप्ता, शालिनी गुप्ता केंद्रीय सदस्य, युवा दल मयंक गुप्ता मंत्री, सौरभ गुप्ता कोषाध्यक्ष, दीपांशु गुप्ता, सजल गुप्ता, रवि गुप्ता का सहयोग रहा।
सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट