इस अभियान में एम.एस.डब्ल्यू विभाग के विभागाध्यक्ष व वृक्षारोपण अधिकारी मुहम्मद शोएव ने कहा कि वृक्ष हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है और स्वच्छ पर्यावरण और पृथ्वी पर पर्यावरण संतुलन हेतु आवश्यक है। स्वैच्छिक रूप से वृक्षारोपण कर वृक्षारोपण अभियान को सफल करने का आह्वान किया और साथ ही जोर दिया की वृक्षों को लगाने के साथ-साथ उनकी रक्षा भी करनी होगी,जिससे पर्यावरण स्वच्छ रह सके और बीमारियों से बचाव हो सके।इस अवसर पर महाविद्यालय के कम्प्यूटर शिक्षक हाज़िर खांन ने कहा की इन आपदाओं को कम करने के लिए वृक्षारोपण जरूरी है। पर्यावरण को बचाने के लिए हर नागरिक को एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए ताकि पृथ्वी पर प्राकृतिक संतुलन बना रहे। इस प्राकृतिक वातावरण को बचाए रखने के लिए वृक्षारोपण अवश्य करना चाहिए। अगर समय रहते ही प्राकृतिक को नहीं बचाया गया तो आने वाले दिनों में पृथ्वी पर निवास करने वालो को जल एवं वायु संकट से जूझना पड़ेगा अत: प्रकृति को बचाने के लिए आम लोगो को प्रकृति की रक्षा करने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ प्राध्यापक भारतेंदु मोहन ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषण से रोकना है तो पेड़ पौधे लगाना अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर पेड़ पौधे हमें फल और छाया देते हैं, वहीं पेड़ पौधों से हमें विभिन्न प्रकार की औषधियां मिलती हैं। चाहे कोई भी दवा हो, कहीं न कहीं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से वनस्पतियों से जुड़ी हुई होती है।


कार्यालय अधीक्षक अतहर खान ने कहा कि पेड़ पौधे इस धरा के अनमोल आभूषण होते हैं। उनसे ही मनुष्य का जीवन आगे बढ़ता है। इनके अभाव में जीवन संभव नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि पेड़ पौधे अवश्य लगाएं। साथ ही उनकी रक्षा करें। महाविद्यालय कार्यालय सहायक जीशान खान ने कहा कि वृक्षारोपण के साथ साथ का इनके रख रखाव व संरक्षण के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जाना चाहिए, इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या एवं समस्त शिक्षक व छात्र-छात्राएं इस अभियान में शामिल रहे।