राष्ट्र के लिए श्रेष्ठतम नागरिकों का निर्माण करने की प्रयोगशाला है शिशु भारती- जयप्रकाश
बदायूँ । चंदौसी मार्ग स्थित द्रौपदी देवी सरस्वती शिशु मंदिर में आज एक दिवसीय शिशु भारती प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद के सभी सरस्वती शिशु विद्या मंदिरों के शिशु भारती के पदाधिकारी भैया बहनों ने दायित्व बोध का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के चित्र के समक्ष मुख्य वक्ता जय प्रकाश द्विवेदी ने दीप प्रज्वलन कर एवं समस्त प्रधानाचार्यो ने पुष्पार्चन कर किया।
उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता जय प्रकाश द्विवेदी ने कहा, शिशु भारती शिशुओं का वह स्वतंत्र संगठन है जो शिशुओं के द्वारा शिशुओं के लिए विकास हेतु मंच प्रदान करता है। विद्यालय स्तर पर लिखित व मौखिक परीक्षा के माध्यम से चयनित छात्रों को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्री, सहमंत्री ,सेनापति ,उपसेनापति, एवं अन्य विभाग प्रमुखों को दायित्व बोध की शपथ दिलाकर जिम्मेदारी का भाव जागृत किया जाता है।
प्रकाश ने कहा, देश व समाज के लिए श्रेष्ठतम नागरिकों का निर्माण करने की प्रयोगशाला है शिशु भारती प्रशिक्षण वर्ग।
प्रशिक्षण मंडल में जय प्रकाश द्विवेदी, प्रवेश कुमार, मनीष कुमार, सुबोध कुमार , रामसेवक, सतीश कुमार गंगवार , दयाराम यादव प्रधानाचार्य, राजेश कुमार शर्मा, उमाशंकर, शिवकुमार, राम कुमार, कौशल कुमार, संजीव कुमार शिशु भारती प्रमुख ने पदाधिकारी भैया बहनों को दायित्व बोध का प्रशिक्षण प्रदान किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य सतीश कुमार गंगवार ने आगंतुक अतिथियों का परिचय कराया।
इस अवसर पर विद्यालय अध्यक्ष मणिकांत वैश्य, व्यवस्थापक मनीष कुमार सिंघल, शिशु शिक्षा समिति बृजप्रांत के प्रांत प्रचार प्रमुख राज कुमार सिंह सेंगर , बृजेश सिंह, राजीव शर्मा, तरुण कुमार उपस्थित रहे।