गांधी जी ने कहा था कि पैगंबर हजरत मोहम्मद (सअ ) और हजरत अबु बकर की राह पर चल कर हिन्दुस्तान में प्रजातंत्र लाना आसान हो जाएगा। आज दुनिया की अजीम शख्सियत के खिलाफ इस तरह के अपशब्द कहे जा रहे हैं। ऐसा करना देश हित में मुनासिब नहीं है। और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहां कि सामाजिक और प्रजातांत्रिक परंपराओं की मिसाल दुनिया में दी जाती है। ऐसे में नरसिहानन्द सरस्वती जैसे लोग अपने बयान से समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। उनके बयान से मुसलमानों की भावना आहत हुई है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नियम बनाया जाना चाहिए, जिससे कोई भी व्यक्ति किसी धर्म के खिलाफ बयान ना दे। ऐसा करने पर कड़ी सजा का भी प्रावधान हो।
आज छात्र नेता अनीस सिद्दीकी के नेतृत्व में नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा दिनांक 2-4-2021 को दिल्ली प्रेस क्लब में दिए गए भाषण में पैगंबर मोहम्मद साहब के विषय में गलत शब्दों का उपयोग कर उनकी शान में गुस्ताखी करने के विरोध में एफ आई आर लिखकर कार्रवाई करने के संबंध में बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया ।

इस प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि दिनांक 2-4 2021 को दिल्ली प्रेस क्लब में जो नरसिंहानंद सरस्वती ने अपने भाषण में मुस्लिम समुदाय के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के विषय में जिन अशोभनीय शब्दों का प्रयोग कर उनकी शान में गुस्ताखी की है जिससे मुस्लिम समाज केलो गो को बहुत ठेस पहुंची है ऐसी टिप्पणी को मुस्लिम समुदाय व समस्त शांतिप्रिय नागरिक बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर रहे हैं और इसकी निंदा करते हुए यह मांग करते हैं कि ऐसी विकृत मानसिकता के व्यक्ति देश की शांति अमन व भाईचारे को खतरा पैदा करते हैं ज्ञात रहे की नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा इससे पूर्व में भी महामहिम पूर्व राष्ट्रपति महोदय भारत रत्न डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी के बारे में भी अपमानजनक टिप्पणी कर चुका है जिससे समस्त भारतवासियों की भावना को आहत कर चुका है ऐसे विकृत मानसिकता के व्यक्ति के विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा लिखने का आदेश करें जिससे देश व शहर में अमन शांति व न्याय कायम रहे।

इस अवसर पर मुस्लिम अंसारी, नवाजिश खान ,समीर अंसारी ,मुजीब अंसारी ,सुमित आदि लोग मौजूद रहे