उघैती। थाना क्षेत्र गांव घंसौली और क्षेत्र में मक्का मूंगफली में पूरी तरह से जलमग्न हैं। किसानो के खेत में खड़ी मूंगफली पानी में पूरी तरह से डूबी हुई है। फसल को सड़ने से बचाने के लिए किसानों ने समय से पहले ही पानी में डूबी फसल को उखाड़ना शुरू कर दिया है। पानी के कारण 50 से 60 प्रतिशत फसल चौपट हो चुकी है। मक्का की फसल की सबसे ज्यादा दुर्दशा हुई है। खेतों में कटी पड़ी मक्का सड़नी शुरू हो गई है। कुदरत के कहर से बरबाद हुई फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए अब किसान शासन और प्रशासन की ओर निहार रहा है।

मौसम में भीषण गर्मी से राहत देने का काम किया है लेकिन लगातार रिमझिम बारिश से मौसम सुहाना रहा लेकिन खेतों छतो पर सूखने को लगी मक्का मूंगफली भीग गई खेतों में टूटे पड़े उनके भी भीग गए इससे किसान चिंता बढ़ती जा रही है मंगलवार को थोड़ा मौसम साफ हुआ लेकिन किसानों ने मक्का सूखने के लिए डाली लगभग फिर मौसम बिगड़ गया और रिमझिम बारिश शुरू हो गई कई दिनों से मौसम में काले बादल छाए हुए हैं लेकिन सुहाना मौसम किसानों को रास नहीं आया किसानों को खेतों में तैयार पड़ी मक्का मूंगफली को लेकर चिंता सता रही है उखड़ी पड़ी मूंगफली को बचाने के लिए किसानों ने मूंगफली के ढेर लगाकर तिरपाल से ढक दी ।है जिन किसानों ने एक-दो दिन पहले ही मक्का की खदाई की थी।

वह किसान सबसे ज्यादा परेशान नजर आ रहे हैं किसानों की मक्का खेतों में सड़कों और छतों पर सूखने को डाली गई थी लेकिन मौसम को देखते हुए किसानों ने सूखने को पड़ी मक्का के ढेर लगाए त्रिपाल और पन्नी से ढक दिए किसानों की धड़कन बढ़ती जा रही है किसानों का कहना है कि लगातार मौसम की मार पड़ रही है पहले बारिश से गेहूं खराब हो गया अब मक्का तैयार हुई तो बारिश ने मक्का की फसल पूरी तरह से चौपट कर दी उघैती क्षेत्र में ग्रीष्मकालीन मक्का और मूंगफली उर्द बाजरा की खेती एक बड़े रकवे में की जाती है। जब मक्का मूंगफली और शिवाला की फसल तैयार हुई तभी बारिश शुरू हो गई इसलिए मक्का मूंगफली और शिवाला की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। किसानों ने मक्का और मूंगफली को खोद लिया है लेकिन बारिश होने के कारण मक्का और मूंगफली सुख नहीं सकी है। जिसकी वजह से मक्का मूंगफली काली होती जा रही है। मक्का जमने लगी इस चक्कर से किसानों का भारी नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है।

किसानों ने बताया मक्का और मूंगफली के साथ से शिवाला की फसल को बारिश ने करीब 60% नुकसान पहुंचा है आप किसान 5 दिन मौसम खुलने को लेकर आसमान की ओर ताक रहे हैं। मंगलवार के लिए छत और सड़कों पर मक्के मूंगफली के ढेर लगे रहे मौसम नहीं खोलने का असर देखें और लगभग 12:00 बजे मौसम बिगड़ गया बूंदाबांदी शुरू हो गई किसान ताक रहे हैं तीन-चार दिन मौसम खुले और हम मक्का सुखाकर मंडी में लेकर आएं लेकिन किसानों की मुसीबत बढ़ती नजर आ रही है।

रिपोर्ट अकरम मलिक