जयपुर में आयकर विभाग ने छापेमारी कर बड़ा खुलासा किया है। यहां तीन कारोबारी समूहों की तलाशी के दौरान बड़े-लेन और अवैध संपत्ति की जानकारी मिली है। इनमें एक प्रमुख जौहरी फर्म और दो रियल एस्टेट फर्म हैं।जयपुर राजस्थान में आयकर विभाग ने इतिहास की सबसे बड़े छापेमारी को अंजाम दिया है। आयकर विभाग की इस कार्यवाही के बाद अब प्रदेशभर के व्यवसायियों के बीच इसकी चर्चा बनीं हुई है। मिली जानकारी के अनुसार विभाग की टीमों ने पिछले पांच दिनों में अब तक तीन संबंधित फर्मों के 20 परिसरों में तलाशी ली है। जबकि 11 परिसरों में सर्वे का काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि विभाग की टीमों को बड़ी संख्या में दस्तावेज और बेहिसाबी रसीदें सहित कई अघोषित लेने- देने की जानकारी यहां मिली है। आयकर विभाग की एक अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार टीम को जयपुर के तीन कारोबारी समूहों (चौरड़िया डेवलपर्स ग्रुप, गोकुल कृपा बिल्डर्स और सिल्वर आर्ट ग्रुप) के प्रतिष्ठानों पर छापमारी के दौरान करीब पौने दो हजार करोड़ रुपए की अनधिकृत और बेनामी लेन-देन सुराग मिली है, जिसका खुलासा जल्द विभाग की ओर से होगा।ऐसे हुआ खुलासा-मीडिया रिपोटर्स की मानें, तो संबंधित फर्मे के व्यवसायिक ठिकानो और घरों में सीसीटीवी लगे हुए हैं। विभाग ने इन घरों के सीसीटीवी फुटेज को जब्त कर लिया। इसमें गोकुल ग्रुप के ऑफिस के सीसीटीवी फुटेज में एक कर्मचारी नोट गिनता नजर आ रहा था। आयकर विभाग की आगे की पड़ताल में सामने आया कि इसके सिल्वर आर्ट ग्रुप में एंटीक सामानों को विदेशों में एक्सपोर्ट करता है, जिसमें सामान को 10 गुना कीमतों पर बेचा जा रहा था, लेकिन इसके हिसाब- किताब की सही जानकारी नहीं दी गई है। विभाग के एक अधिकारी के अनुसार इसी सिल्वर आर्ट ग्रुप में बने तहखाने को खंगाला गया, तो इसमें करीब 700 करोड़ रुपए अघोषित संपत्ति का राज खुला है।ये है बेहिसाबी बेनामी लेनदेन की जानकारी-मिली जानकारी के अनुसार अब तक करीब 650 करोड़ रुपए के बेनामी लेनदेन का पता चला है। वहीं जौहरी फर्म के परिसरों की तलाशी से 525 करोड़ रुपए के बेनामी लेनदेन का खुलासा हुआ है तो अन्य रियल इस्टेट डेवलपर फर्म के यहां तलाशी से लगभग 225 करोड़ रुपए के बेहिसाबी बेनामी लेनदेन का खुलासा हुआ है।

By Monika