सम्भल। कोतवाली क्षेत्र मे मानकों की अनदेखी कर संचालित किए जा रहे अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए कार्यवाही की है। मौके पर पहुंची टीम ने देखा की अस्पताल नहीं क्लीनिक संचालित किया जा रहा है तो यहां बने आईसीयू वार्ड को सील किया गया। साथ ही अन्य रूम पर भी सील लगाई गई है।
जानकारी के अनुसार बताते चले कि भारतीय जनता पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रिय उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राजेश सिंघल ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा था। जिसमे उन्होने कहा था कि तुलसी टाकिज के पास अवैध रूप से शने रब हॉस्पिटल चलाया जा रहा है।

तथा हॉस्पिटल का निर्माण मानक के अनुसार नहीं हुआ है और न ही फायर बिग्रेड विभाग का अनापति प्रमाण है। जिससे भविषय मे कोई बड़ी दुर्घटना की आशंका है। अवैध रूप से चल रहे अस्पताल के कारण बराबर मे पेथोलॉजी लैब एवं एक अब्दुल्ला कैंटीन खोली गई है। अस्पताल के नजदीक ही प्राचीन राधा कृष्ण मन्दिर है तथा पीपल का पेड़ है जहां है पर हिन्दू समाज के शव का पिण्ड दान होता है। उपरोक्त के कारण मन्दिर पर एवं पीपल पिण्डदान स्थान पर गन्दगी फैलाई जा रही है। जिससे हिन्दू समाज मे रोष है। राजेश सिंघल ने पत्र के माध्यम से कार्यवाही की मांग की तो हड़कम्प मच गया

ओर कुछ अस्पताल के आसपास लगे होर्डिंग आदि हटा दिये गये। लेकिन बाद मे अस्पताल को क्लीनिक के रूप मे तब्दील कर दिया गया। गुरूवार को नोडल अधिकारी मनोज चौधरी तथा डॉ० पंकज विश्नोई ने मौके पर पहुंचकर अस्पताल के आईसीयू वार्ड एवं अन्य रूम को सील कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने से पहले ही भनक लगते ही अस्पताल संचालक गायब हो लिया। जानकारी के अनुसार नोडल अधिकारी मनोज चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन है आईसीयू अवैध रूप से संचालित था

ओर अन्य रूम को जो इसी टाईप के थे उनको सील किया गया है। डॉक्टर के कार्डयोलोजिस्ट लिखे जाने पर कहा की वह एमबीबीएस है। कार्डयोलॉजीनहीं है। डीएम इनक रने के बाद ही कार्डायोलॉजी लिख सकते हैं।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट