लाभार्थी के बिना मर्जी के बैंक कर्मचारी ने अन्य खाते में की रकम ट्रांसफर
बदायूँ । प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में सरकार गरीबों को घर देने में लगी है वहीं प्रधान रिश्वत लेने से बाज नहीं आ रहे है उच्चधिकारियों द्वारा अगर इसकी जांच होती है तो गरीब को न्याय मिलेगा और प्रधान पर कार्रवाई होगी। पीएम आवास को लेकर इन दिनों गांवों में जबरदस्त खेल खेला जा रहा है। पीएम आवास में लाभार्थी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे है।प्रधानमंत्री आवास के नाम पर लाभार्थी से ग्राम प्रधान ने ली रिश्वत, पीड़ित ने डीएम,एसएसपी को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। लाभार्थी का आरोप है कि ग्राम प्रधान बंटी ने मुझसे 35 हजार रुपए आवास के नाम पर रिश्वत ली है। जिसमें 20 हजार रुपए नकद 15 हजार रुपए बिना मेरी मर्जी के अन्य किसी व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करा लिए है।
ब्लॉक जगत गाँव नैथू निवासी सत्यवीर पुत्र सियाराम सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवेदन किया था। जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक कमरे के लिए एक लाख 35 हजार रुपए की धनराशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई। जिसमें आवास की पहली किस्त आई तो प्रधान ने 20 हजार रुपए लाभार्थी से नकद ले लिए दूसरी किस्त में 15 हजार रुपए लाभार्थी की बिना मर्जी के बैंक कर्मचारी ने मोहम्मद अयान के खाते में ट्रांसफर कर दिए जिस बैंक से रुपए ट्रांसफर किए गए है वह पीएनबी बैंक की शाखा प्रधान के मकान में संचालित हो रही है प्रधान ने रिश्वत लेने का नया तरीका ढूंढ लिया है। गरीब के आवास में प्रधान 35 हजार रुपए की धनराशि खा गया। अब कैसे पड़े गरीब का लिंटर गरीब न्याय के लिए दर दर भटक रहा है लाभार्थी पीड़ित ने डीएम, एसएसपी को पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की है और उनसे न्याय की गुहार लगाई है।