चौकी प्रभारी मंडी संजय सिंह पुलिस बल के साथ रहे मुस्तैद

सम्भल। ईदुल अज़हा का त्योहार नमाज़ अदा कर शांति व सौहार्द के साथ संभल व आसपास के क्षेत्रों मे उत्साह ले साथ मनाया जा रहा है। एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद देते हुए कुर्बानी का सिलसिला भी शुरु हो गया है जो तीन दिन तक धार्मिक परम्परा के साथ चलेगा।
गुरुवार को मण्डी किशन दास सराय खजूर वाली मस्जिद मौलाना इस्माइल ने ईदुल अज़हा की नमाज़ अदा कराते हुए खुतबा पेश किया ओर बाद इसके मुल्क व शहर मे अमन शांति एवं भाईचारे को दुआ को गई। वक्ताओं ने नमाज़ से पूर्व बोलते हुए बताया की ईदुल अज़हा का पर्व क्यो मनाया जाता है। दरअसल अल्लाह के प्यारे नबी हज़रत इस्माइल खलील उल्ला के सामने के बहुत बड़ी परीक्षा थी अपने रब के लिए सबसे प्यारी चीज़ को कुर्बान किया जाये, तब आपने अपने बेटे हज़रत इस्माइल की आँखो पर पट्टी बांधकर गले पर छुरी चला दी लेकिन हज़रत इस्माइल की गर्दन नहीं कटी ओर जन्नत से एक दुम्बा आ गया जो की रब की मोहब्बत मे कुर्बान हो गया।

तभी से कुर्बानी करना शुरु हो गया आज यही रस्म हर मोमिन मुसलमान हज़रत इब्राहीम की सुन्नत के साथ अल्लाह की रज़ा के लिए कुर्बानी करते हैँ। ईदुल अज़हा कीे नमाज़ के बाद संभल व आसपास के क्षेत्रों मे कुर्बानी का सिलसिला शुरु हो गया। खजूर वाली मस्जिद के के आलावा अन्य मस्जिदों मे भी शांति पूर्वक तरीके से नमाज़ अदा की गई। पुलिस सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये। जबकि सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के जवान खजूर वाली मस्जिद ओर तमाम मस्जिदों व सार्वजनिक स्थानों पर तैनात रहे। खजूर वाली मस्जिद पर नमाज़ अदा कर एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद पेश को गई।

इमाम मौलाना इस्माइल ने सभी से आपसी भाईचारा व शांति के साथ ईद मानने ओर कुर्बानी वाले दिनों मे शांति बनाये रखने की अपील की।