जनपद बना प्रदेश के शहरों के अनाथ बच्चों का पालनहार

अनाथ बच्चों की सेवा प्रभु सेवा के समान व पुण्य का काम-जिलाधिकारी

बदायूँ । डीएम मनोज कुमार व एसएसपी डॉ.ओपी सिंह ने गुरुवार को आश्रय गृह नेकपुर आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि अनाथ बच्चों की सेवा प्रभु सेवा के समान है व पुण्य का काम है। उन्होंने नेकपुर के विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण में सीसीटीवी फुटेज देखी वही बाल गृह शिशु कृष्णापुरी में बच्चों ने अपने द्वारा बनाई गई पेंटिंग जिलाधिकारी को भेंट की जिलाधिकारी ने नेकपुर के खुला आश्रय गृह में प्रगति की जानकारी ली व बच्चों को अपनी ओर से आइसक्रीम खिलाने के लिए कहा।

जिलाधिकारी मनोज कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ.ओपी सिंह ने गुरुवार को बाल संरक्षण योजना अंतर्गत स्थापित खुला आश्रय गृह (बालक) नेकपुर, विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण नेकपुर व किशोर न्याय बालकों की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 के अंतर्गत स्थापित बाल गृह शिशु कृष्णापुरी सिविल लाइंस का निरीक्षण किया। इन तीनों केन्द्रों का संचालन दलित ग्रामीण विकास संस्थान बदायूँ द्वारा किया जा रहा है।

जिलाधिकारी के खुला आश्रय गृह (बालक) नेकपुर के निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया कि उक्त आश्रय गृह में 10 से 18 वर्ष के श्रमिकों के 25 बच्चे वहां आकर वहां आते हैं, उनको भोजन दिया जाता है व पठन-पाठन कराया जाता है ताकि वह मुख्यधारा से जुड़ सकें। जिलाधिकारी ने आश्रय गृह की प्रगति के सम्बंध में जानकारी ली। उन्होंने वहां पढ़ाई का स्तर व भोजन की व्यवस्थाओं को देखा तथा बच्चों को अपनी ओर से आइसक्रीम खिलाने के लिए कहा।

जिलाधिकारी ने विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण नेकपुर के निरीक्षण के दौरान वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां सीसीटीवी फुटेज देखी, उनके संज्ञान में लाया गया कि वर्तमान में वहां 0 से 6 वर्ष के 9 बच्चों का भरण पोषण किया जा रहा है उक्त केंद्र में 10 बच्चों की क्षमता है। जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया गया कि बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है व भोजन आदि व्यवस्थाएं वहां संचालित हैं, केंद्र में मुरादाबाद, मेरठ ,संभल, पीलीभीत, बदायूं आदि शहर के अनाथ बच्चों का भरण पोषण किया जा रहा है।

जिलाधिकारी ने बाल गृह शिशु कृष्णापुरी सिविल लाइन के निरीक्षण के दौरान वहां विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। रोहित, सुमित आदि बच्चों ने अपनी ओर से बनाई गई पेंटिंग जिलाधिकारी को भेंट की। पूर्व में जिलाधिकारी ने उक्त केंद्र पर बच्चों के साथ होली उत्सव मनाया था, उनसे मिलसे मिलकर बच्चों की यादें ताजा हो गई। उन्होंने बच्चों द्वारा भेंट की गई पेंटिंग को कलेक्ट्रेट के ऑडिटोरियम में लगाने के निर्देश जिला प्रोबेशन अधिकारी को दिए।


उनके संज्ञान में लाया गया कि वर्तमान में वहां 10 वर्ष तक के 21 बच्चे रह रहे हैं, जिसमें से 8 लड़कियां हैं। उन्होंने वहां कम्प्यूटर, शिक्षा आदि व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।

इस अवसर पर, एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव, नगर मजिस्ट्रेट बृजेश कुमार सिंह, जिला सूचना अधिकारी आशुतोष चन्दोला, अभय कुमार सहित अन्य अधिकारी, केंद्र संचालक आदि उपस्थित रहे।