सम्भल। हज़रत शाह अली मुत्तकी इसराइली चिश्ती कादरी रह के चल रहे सालाना उर्स के मोके पर चादर जुलूस उत्साह के साथ निकाला गया। अमन शांति व भाईचारे के लिए गिलाफ जुलूस की गई।
नगर से सटे अली सराय मंडी किशन दास सराय मे हज़रत शाह अली मुत्तकी ईसराइली चिश्ती कादरी रह0 के सालाना उर्स मुबारक के मौके पर हज़रत शाह अली मुत्तकी मियां के खानवादे की ओर से हज़रत मोलाना ज़िहानत हुसैन वारसी ईसराइली के निवास से चादर उठी जो की विभिन्न मार्ग होती हुई दरगाह शरीफ पहुंची।

यहां पर गिलाफ पेशी व गुल पोशी की परम्परागत रस्म अदा हुई। गिलाफ जुलूस दरगाह के नाज़िमे आला मनाज़िर हुसैन हुसैन वारसी के नेतृत्व मे उत्साह व अकीदत के साथ निकाला गया। इस दौरान आयोजित महफिले समा मे जमील कव्वाल ने हज़रत शाह अली मुत्तकी मे शान मे कलाम पेश कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान गिलाफ पोशी मे मेहमाने खुसूसी बिलापत दरगाह के सज्जादानंशीन डॉ0 हसन मियां वारसी, शहर इमाम मौलाना आफताब हुसैन वारसी।

इस मौक़े पर सईद अख्तर ईसराइली, सलमान नबी संभली, मोहम्मद उमर तुर्की, मोहम्मद सुल्तान, फहीम वारसी, चौधरी रईस उद्दीन, महफूज़ तुर्की, मरगूब अशरफी, बाबू मंसूरी, कासिम तुर्की, कमर उद्दीन उर्फ़ सूखा, मोहम्मद साकिब वारसी, आसिफ तुर्की, उस्मान गामा तुर्की, मुन्ना चौकीदार, शमसुद्दीन, हाजी आशिक, कामिल तुर्की, अनवर तुर्की, हबीब वारसी, फ़िरोज़ अनवर, हाजी अज़ीम, नूर उद्दीन मंसूरी, लतीफ़ वारसी, मुशाहिद मंसूरी, आसिफ वारसी आदि शामिल रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट