बदायूँ । योगी सरकार गरीबों के लिए बड़े बड़े दावे करती है और उनके लिए महत्वाकांछी योजना चला रही है।मगर उसके बाबजूद भी उनके ही नुमाइंदे सरकार की किरकिरी कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। पंचायत विभाग के अधिकारी कर्मचारी आंखे बंद कर पात्र को अपात्र बना रहे।
पंचायत विभाग की लापरवाही से धरने पर बैठेने को हुआ मजबूर गरीब परिवार
कादरचौक ब्लाक क्षेत्र के गाँव सिरसा दबरई निवासी अवधेश कुमार पत्नी बच्चों के साथ प्रधानमंत्री आवास के लिए मालवीय आवास गृह पर धरने पर बैठे। गुरुवार को सुबह 8:00 बजे से ही धरने पर गर्म लू के थपेड़ों में छोटे-छोटे बच्चों को लेकर गरीब परिवार धरने पर बैठा। जिला प्रशासन एसडीम सदर के नेतृत्व में बीडीओ कादरचौक एडीओ पंचायत शिवकुमार लेखपाल रविंद्र कुमार सचिव व ब्लाक प्रमुख वीरेंद्र कुमार राजपूत आनन फानन में शाम 6:00 बजे धरना स्थल मालवीय आवास पर पहुंच गए।
एसडीएम सदर ने गरीब बच्चों को देखकर लेखपाल के लिए तत्काल बुलवाया उन्होंने कहा कि यह गरीब परिवार है जो पात्रता की श्रेणी में आता है इन्हें आवास भी मिलेगा कृषि योग्य जमीन ग्राम पंचायत में हुई तो पट्टा भी दिया जाएगा और राशन कार्ड भी बनवाया जाएगा इसके यह असली हकदार हैं। एसडीएम सदर ने गरीब बच्चों की तरफ ध्यान करते हुए अवधेश गांव सिरसा दबरई में झुग्गी झोपड़ी में जीवन यापन कर रहा था।उन्होंने कहा हर हालत में प्रधानमंत्री आवास मिलेगा बीडीओ कादरचौक ने पूर्ण रूप से आश्वासन भी दिया है एडीओ पंचायत शिवकुमार ने भी कहां यह पात्रता की श्रेणी में है ब्लॉक प्रमुख वीरेंद्र कुमार राजपूत ने भी का यह पात्रता की श्रेणी में आते हैं अब मेरे संज्ञान में हैं इनका प्रधानमंत्री आवास की साइड खुलते ही स्वीकृत हो जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले गरीब परिवार को मिला न्याय
भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना गरीबों का हाल-चाल लेने मालवीय आवास पर पहुंच गए। इधर एसडीएम सदर दल बल के साथ मालवीय आवास पहुंच गए उन्होंने सबसे पहले इन गरीबों की समस्याओं को सुना और जाना इसके बाद हर संभव मदद के लिए उन्होंने कहा इन गरीबों को लाभ से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा यह पात्रता की श्रेणी में है उन्होंने मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना से कहां गर्मी काफी पड़ रही है छोटे-छोटे बच्चे हैं ।इन्हें अब घर भिजवा दीजिए मंडल प्रवक्ता ने अधिकारियों के आश्वासन पर ही एक दिवसीय धरने को समाप्त कर दिया धरना समाप्ति की घोषणा कर गरीब परिवार को घर लिए भेज दिया गया।