पांच एमओआईसी की लगाई फटकार जवाब तलब, एक को मिली प्रशंसा
बदायूँ। अटल बिहारी वाजपेयी कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए।
डीएम मनोज कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं आमजन को सहजता से उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक व स्टाफ शासन की मंशा व अपेक्षाओं पर खरे उतरे। मरीज को अपने परिवार के सदस्य की तरह माने व उसकी सेवा करें। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर खराब प्रगति पर 05 एमओआईसी की फटकार लगाई और जवाब मांगा।
डीएम ने कहा कि कोई भी बच्चा टीकाकरण से ना छूटे यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जो परिवार बच्चों के टीकाकरण में रुचि नहीं ले रहे हैं उनकी काउंसलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि अच्छा कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहित व सम्मानित करें। उन्होंने कहा कि डाटा की फीडिग व अपलोडिंग नियमित रूप से कराएं तथा अपने डाटा को अद्यतन रखें।
डीएम ने एक कदम सुपोषण की ओर अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद से कुपोषण को खत्म करने के लिए सभी सहयोग करें व विभागीय अधिकारी परस्पर समन्वय के साथ कार्य करें साथ ही ई-कवच पर डाटा को अपलोड भी करें। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ाया जाए तथा प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों को समय से भुगतान कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
डीएम ने विभिन्न बिंदुओं पर खराब प्रगति पर एमओआईसी बिल्सी, दहगवां, आसफपुर, इस्लामनगर, जगत से स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए वही विभिन्न बिंदुओं पर अच्छा कार्य करने के लिए एमओआईसी उसावां को प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने कहा कि रोगियों से व्यवहार अच्छा रखें। उन्होंने कहा कि आपके कार्य से आपका पद जाना जाए इस प्रकार कार्य करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न निर्माण कार्यो के लिए भूमि की कोई कमी नहीं होगी। प्राथमिकता पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वह अपने विभाग के निर्माण कार्यों का सतत निरीक्षण करें साथ ही निर्माण कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने रोगी कल्याण समिति की नियमित बैठकर कराने के लिए भी कहा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने कहा कि एमओआईसी नियमित टीकाकरण के लिए माइक्रोप्लान का सर्वे कराएं। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण में मई में जनपद की प्रगति 86 प्रतिशत है और नियमित टीकाकरण में जनपद मंडल में द्वितीय स्थान पर है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण अभियान अंतर्गत जनपद में 5823 मरीज उपचाराधीन है जिनमें से 714 को विभिन्न व्यक्तियों संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा बेहतर देखभाल के लिए गोद लिया गया है। उन्होंने कहा कि गोद लिए जाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ाए।
इस अवसर पर पल्स पोलियो अभियान, आयुष्मान कार्ड, बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना सहित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर सीएमएस डॉ इंदुकांत वर्मा, डॉ कौशल गुप्ता, डीपीएम डॉ केके शर्मा, डब्ल्यूएचओ से डॉ पल्विन, यूनिसेफ सुभाष सिंह सहित सभी एमओआईसी अन्य चिकित्सक गण व स्टाफ उपस्थित रहे।