कुल शरीफ की खास महफ़िल के साथ सम्पन्न हुआ उर्स, अमान शांति को यूनुस मियां ने कराई दुआ
सम्भल ।हज़रत जुनैद शाह मियां रहमतुल्लाह अलैह का सालाना चार दिवसीय उर्स मुबारक अपनी परम्परागत रस्मो के साथ सम्पन्न हो गया। इस दौरान कुल शरीफ की विशेष महफ़िल का आयोजन किया गया।नगर के मोहल्ला चमन शेर खा सराय दरगाह हज़रत मियां मीरन शाह स्थित दरगाह हज़रत जुनैद शाह मियां रहमतुल्लाह अलैह का सालाना चार दिवसीय उर्स के मौके पर हिन्दुस्तान के मशहूर क़व्वाल सरफराज़ चिश्ती उर्फ़ शानदार ने सुफियाना कलाम पेश करते हुए सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। प्यारे आक़ा के जैसा कोई नहीं है। ए नूरे निगाहेँ गंजे शकर मखदूम अली अहमद साबिर, सलामे फातिमा के लाल या महबूबे सुब्हानी, आज रंग है ए मां रंग हे री, मेरे जुनैद मियां घर रंग है सखी, इस तरह के कलाम पेश कर सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। अक़ीदतमन्दों ने खूब नज़राने पेश किये। सहर चार बजे करीब कुल शरीफ की रस्म अदा हुई। मेहमाने खुसूसी हज़रत सय्यद यूनुस मियां चिश्ती साबरी ने मुल्क व शहर मे अमन शांति एवं भाईचारे को दुआ कराई। मेहमानों को पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। दरगाह हज़रत जुनैद शाह मियां, गुलामाने साबरी कमेटी के सचिव इंतेज़ार हुसैन साबरी व मुजाबिर मोहम्मद अमीक अहमद ने सभी का आभार प्रकट किया। इस मौक़े पर मौलाना फैज़ूल इस्लाम, मौलाना ज़हिरूल इस्लाम, दबीर अहमद साबरी, हाजी कल्लू, हाजी आरिफ तुर्की, सईद अख्तर इसराइली, अब्दुर्रहमान, हाजी शब्बू, फरज़न्द अली वारसी, शिराज अहमद चिश्ती, मोहम्मद इमरान, मोहम्मद सुब्हान, हाफ़िज़ तंज़ीम, ताहिर खा, शारिक अल्वी, वसीम साबरी, भूरा पहलवान, उवेश, फहीम, शम्स तबरेज़, वसीम आज़ाद, अदनान साबरी खान आदि शामिल रहे।
सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट