सम्भल। गुरुद्वारा गुरुनानक दरबार पर गुरू हर गोविंद साहिब महाराज का प्रकाशोत्सव मनाया गया। जिस में प्रांत सुखमनी साहिब ने महान कीर्तन कर दरबार को सजा दिया,
इसी के साथ ही गुरजीत सिंह, गुरमीत सिंह, व साथियों ने गुरुवाणी कीर्तन द्वारा संगीतो को निहाल किया। इसी के साथ पांच गुरुओं तक भक्ति सिमरन सेवा का उपदेश देकर गुरु महाराज तक पहुँचने का मार्ग दिखाया । परन्तु धर्म की रक्षा बिना शस्त्र के नही हो सकती बताते हुए
छठे गुरू हर गोविंद साहिब ने जुल्म के खिलाफ के खिलाफ कृपाण उठाई और अनेको पहाड़ी राजाओ को मुग़ल शासको से मुक्त कराया व धर्म की रक्षा की आदि जानकारी लोगो को अवगत कराई । इस मौके पर आनंद साहिब ने पाठ उपरांत अरदास आपसी भाई चारे सरबत के भले की हैंड ग्रन्थी जी ने की। दिवान समाप्ति उपरांत संस्कृति व समाजिक सस्था प्रेम संदेश की ।
साथ ही इस मौके पर गुरु का अटूट लंगर, मिस्सी रोटी, परशादे, आचार, नमकीन, लस्सी का लंगर किया गया । इसके अलावा घन्टाघर पर राहगीरों ओ लिए शर्बत कच्ची लस्सी शीतल पेय की छबील लगाई गई ।
इस मौके पर हरदीप सिंह, गुरुविंदर सिंह, कुलवीर सिंह, दौलत राम, वरुण गुलाटी, घर्म सिंह, हरज्ञान सिंह, गंगा बिशन, सुरजीत सिंह, अशोक, राजन सिंह, इक़बाल सिंह, दर्शन सिंह, गगन मदान, आदि सेवादार मौजूद रहे।
सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट