सम्भल। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया है कि शासनादेश अनुसार राजस्व निर्विवाद उत्तराधिकारियों के नाम खतौनियों में दर्ज कराने हेतु दिनांक 30 मई 2023 से 31 जुलाई 2023 तक 2 माह का विशेष अभियान चलाया जाएगा।
जिसमें आवेदक द्वारा प्रार्थना पत्र एवं रिपोर्ट दिए जाने की स्थिति में आवेदक स्वयं ऑनलाइन अथवा जन सेवा केंद्र पर प्रार्थना पत्र भरने के लिए राजस्व परिषद कि वेबसाइट bor.up.nic.in के मुख्य पृष्ठ पर दिए गये राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली लिंक पर उपलब्ध उत्तराधिकार/ विरासत हेतु आवेदन (प्रपत्र आर 

सी 09 पूर्व में “पक 11 क”) लिंक पर जाकर अपना मोबाइल नंबर अंकित करेगा। तत्पश्चात मोबाइल नंबर पर ओटीपी को भरकर अपना पंजीकरण करेगा तथा वांछित सूचना पोर्टल पर भरेगा।
लेखपाल द्वारा रिपोर्ट दिए जाने की स्थिति में लेखपाल द्वारा अपनी लॉगिन आईडी से उत्तराधिकारी एवं विरासत संबंधी विवरण भरा जा सकेगा। आवेदन अथवा लेखपाल द्वारा प्रार्थना पत्र भरे जाने के पश्चात सबमिट करते हुए आवेदन क्रमांक स्वतः जनरेट हो जाएगा तथा संबंधित राजस्व ग्राम के हल्का लेखपाल और संबंधित राजस्व निरीक्षक की लॉगिन आईडी पर स्वतः प्रेषित हो जाएगा। उक्त प्रार्थना पत्र रिपोर्ट लेखपाल द्वारा सत्यापन के आधार पर मृतक,विवाहिता, पुनर्विवाहिता की विरासत कराने की कार्रवाई की जाएगी।
और उन्होंने बताया कि अभियान कार्यक्रम 30 मई 2023 से 15 जून 2023 तक राजस्व तहसील अधिकारियों द्वारा राजस्व ग्रामों में प्रचार-प्रसार तथा खतौनी को पढ़ा जाना तथा लेखपाल द्वारा विरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हें ऑनलाइन भरवाए जाने का कार्य किया जाएगा। दिनांक 16 जून 2023 से 1 जुलाई 2023 तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा शासनादेश में दी गई व्यवस्था लेखपाल द्वारा ऑनलाइन जांच की प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। दिनांक 02 जुलाई 2023 से 17 जुलाई 2023 तक राजस्व निरीक्षकों के द्वारा परिषद के शासनादेश में दी गई व्यवस्था, राजस्व निरीक्षक जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। दिनांक 2 जुलाई 2023 से 17 जुलाई 2023 तक राजस्व निरीक्षक कार्यालय द्वारा राजस्व निरीक्षक के नामांतरण आदेश को आर -6 में दर्ज कराने के पश्चात खतौनी की प्रविष्टियों को भूलेख सॉफ्टवेयर अद्यावधित किया जाएगा। दिनांक 18 जुलाई 2023 से 23 जुलाई 2023 तक अधोहस्ताक्षरी द्वारा प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अंतर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष तो नहीं है। दिनांक 24 जुलाई 2023 से 31 जुलाई 2023 तक अभियान के अंत में अधोहस्ताक्षरी द्वारा जनपद की प्रत्येक तहसील के राजस्व ग्रामों को रैंडमली चिन्हित करते हुए उनमें अपर जिलाधिकारी ,उप जिलाधिकारी व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा तथ्यों की जांच कराई जाएगी। और उन्होंने बताया कि दिनांक 16 जून 2023 को, दिनांक 11 जुलाई 2023 को, दिनांक 17 जुलाई 2023 को जनपद की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप पर परिषद की वेबसाइट पर फिड कराना एवं राजस्व परिषद द्वारा पाक्षिक रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई जाएगी। 31 जुलाई 2023 को जनपद के द्वारा राजस्व परिषद को निर्धारित प्रारूप पर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा एवं दिनांक 7 अगस्त 2023 को राजस्व परिषद द्वारा संपूर्ण अभियान की प्रगति रिपोर्ट शासन को प्रेषित कराई जाएगी।
उक्त अभियान को जनपद स्तर पर सफल संचालन अधोहस्ताक्षरी के निर्देशन में किया जाएगा। और जिलाधिकारी ने कहा कि इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ बैठक की जाए। और उन्होंने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में भी इस अभियान का प्रचार प्रसार किया जाए। अभियान को गति प्रदान करने के उद्देश्य से प्रत्येक राजस्व ग्रामों में अधोहस्ताक्षरी एवं अपर जिलाधिकारी द्वारा नियत तिथि पर निरीक्षण भी किए जाएंगे। समस्त उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण सील रहेंगे। जिससे उत्तराधिकार एवं विरासत का कार्य अभियान के अंतर्गत पूर्ण हो सके।

सम्भल से खलील मलिक