सम्भल। गुरु अर्जुन देव महाराज शाहिद गुरुपर्व सम्भल गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार में सिख धर्म के पांचवे गुरु गुरु अर्जुन देव महाराज के शहीद पर्व पर कीर्तन दरबार को सजाया गया। जिसमें उत्तराखंड से भाई कुलदीप सिंह मनमीत सिंह व गुरु प्रीत सिंह साथियों ने गुरूवाणी कीर्तन से सांगतो को निहाल किया।

गुरु अर्जून देव जी महाराज ने धर्म की रक्षा के लिए शहीदी दी और सच्चाई पर रहे समाज को कष्टो में भी धर्म पर चलने की प्रेरणा दी। शोक मयी वातावरण में पर्व को मनाया गया । इसी के साथ महिला सुखमनी सोसाइटी की ओर से 20 दिन से चल महेश सुखमनी साहिब के पाठो का भोग डाला गया। जानी गुरजीत सिंह व गुरमीत सिंह ने कथा कीर्तन द्वारा संगतों को उपदेश दिया। आनन्द साहिब के पाठ उपरांत अरदास हैड ग्रन्थी जी द्वारा दी गई। दिवान समाप्ति उपरांत गुरु का लंगर शीतय पेय लस्सी सांगतो में बरताई गई।

कुलदीप सिंह, अरविंद सिंह, परिवार की ओर से हल्लु सराय दर्शन एग्रीकल्चर पर शीतल पेय कच्ची लस्सी की छबील लगाई गई। भीषण गर्मी में राहगीरों को लस्सी पिलाकर सेवा की गई। गुरू जी की याद में हर साल की तरह इस बार भी छबील कर सेवा की इस मौके पर हरदीप सिंह, गुरुविन्दर सिंह, सुरजीत सिंह, धर्म सिंह, अभीत सिंह, हरज्ञान सिंह, सतपाल सिंह, कुलवीर सिंह, विपिन, दौलत राम, सरदारी लाल, व महिला सुखमनी सोसाइटी की ओर से सुरेंद्र कोर, जगजीत कोर, मोहन कोर, बलवीर कोर, रितु, सोनिया, सिमरन, करमजीत कोर, पूनम गांधी, सेवा सहयोगी रहे ।

सम्भल से खलील मलिक की रिपोर्ट