बदायूँ। देश की सबसे बड़ी शक्ति युवाओं की शिक्षा और उनके कौशल विकास में होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए आज भारत सरकार ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ के अंतर्गत देश के युवाओं का भविष्य संवारने का कामकाज कर रही है। सबसे खास बात यह है कि इसके लिए केंद्र सरकार युवाओं से एक पैसा तक नहीं ले रही। जी हां, युवाओं को यह सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जा रही है।
सरकार की महत्वकांछी योजना में कुछ कौशल विकास सेंटर वाले उसकी छवि को बट्टा लगा रहे है।शहर और देहात से छात्र छात्राएं कौशल विकास का कोर्स करने आती है। छात्राओं का आरोप है कि हम लोग कोर्स करने के लिए केवाईडीईएस स्थित प्रीत बिहार कालोनी निकट अंबेडकर छात्रावास में दाखिला लिया था कोर्स 4 माह का था। जुलाई 2022 से नवम्बर 2022 तक चला जिसमे छात्राओं को प्रतिदिन क्लास करने के लिए संस्था में जाना पढ़ता था। कौशल विकास मिशन सेंटर प्रबंधक के द्वारा कहा गया कि जब आप कोर्स करेगें आपको 6 हजार छात्रवृत्ति के साथ मोबाइल फोन प्रमाण पत्र दिया जाएगा। कोर्स करने के बाद लगभग 6 माह बीत जाने के बाद भी छात्राओं को छात्रवृत्ति ,फोन,प्रमाण पत्र नही दिया गया। जब छात्राओं ने संस्था से संबंधित कर्मचारियों से पूछा तो उनके द्वारा टालमटोल कर दिया जाता है और कहा गया अभी समय लगेगा।18 मई को संस्था में जब छात्राएं गई तो संस्था के ऑनर अमरदीप राठौर व सदफ जैदी ने अभद्र व्यवहार किया और कहा कि तुमारी हाजरी पूरी उपस्थिति नही लगी है इस कारण तुम्हे प्रमाण पत्रए,छात्रवृत्ति व मोबाइल फोन नही दिया जाएगा। इस बात को लेकर छात्राओं ने डीएम को एक शिकायती पत्र दिया है जिसमें उनका आरोप है कि हम सभी छात्राओं ने प्रतिदिन आकर क्लास ली है और कोर्स को पूरा किया है। हमें जो बताया गया वह सुविधा नहीं दी गई।डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच के आदेश दिए।