सम्भल। स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना के दौरान पुलिस कप्तान ने पत्रकारों को कबरेज करने से रोक दिया और अर्नगल आरोप लगाते हुए सार्वजनिक रूप से अपमानित किया। जिससे प्रेस मीडिया की स्वतन्त्रता पर हमला करार देते हुए संयुक्त पत्रकार संद्य ने रोष व्यक्त किया। मतगणना स्थल पर निरीक्षण पर पहुंचे चुनाव पर्यवेक्षक को संयुक्त पत्रकार संद्य के प्रतिनिधि मण्डल ने ज्ञापन सोंपकर प्रकरण की जांच कराकर उचित कार्यवाही की मांग की। सम्भल नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत सिरसी में हुए निकाय चुनाव के वोटों की गिनती कृषि उत्पादन मण्डी समिति में शनिवार को शुरू हुई। जिला सूचना विभाग के द्घारा पत्रकारों को बिरेज के लिए प्रेस पास जारी किये गये थे तथा मतगणना स्थल से काफी दूर मीडिया सेन्टर स्थापित किया गया था। जब पहले चक्र के वोटों की गिनती पूरी हो गई तो पत्रकारों ने डीएम से मिलने का प्रयास किया। ताकि मतगणना की जानकारी ली जा सके। मीडिया सेन्टर को मतगणना की कोई जानकारी समय से उपलब्ध ना कराने से नाराज पत्रकारों ने डिप्टी कलेक्टर राजपाल सिंह व सीओ जितेन्द्र सिंह से सम्पर्क किया। सीओ ने उच्चाधिकारियों से वार्ता की और पत्रकारों को मतगणना से अपडेट कराने के लिए बेयर हाऊस ले जाया गया। इसी बीच पुलिस कप्तान चक्रेश मिश्रा बेयर हाऊस स्थित मतगणना स्थल पर पहुंचे और विभिन्न समाचार पत्रों व न्यूज चैनलर्स के प्रतिनिधियों को ना केवल कबरेज करने से रोक दिया। बल्कि अर्नगल आरोप लगाते हुए सार्वजनिक रूप से अपमानित करने लगे। पुलिस कप्तान की इस अशोभनीय भाषा व आधारहीन आरोपों से छुब्द पत्रकार मतगणना स्थल से बाहर आकर बैठ गये। मतगणना का निरीक्षण करने पहुंची प्रयवेक्षक धनलक्ष्मी को ज्ञापन सौंपा।
जिस पर प्रयवेक्षक ने मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया। उधर साद उस्मानी, दिलीप गुप्ता आदि ने बताया कि पुलिस कप्तान द्घारा प्रेस प्रतिनिधियों से की गई बदसलुकी के सम्बंध में भारतीय प्रेस परिषद, मुख्य निर्वाचन आयुक्त उत्तर प्रदेश, राज्यपाल उत्तर प्रदेश, डभ्जीपी उत्तर प्रदेश व जिलाधिकारी सम्भल को शिकायती पत्र भेजकर मामले की जांच कर दोषी पुलिस अधिकारी के विरूद्घ कार्यवाही की मांग की गई है।
सम्भल से खलील मलिक