डीएम के कुशल नेतृत्व की तालाब स्वामियों की सराहना

बदायूँ। बिसौली तहसील के गांव बगरैन में डीएम के द्वारा गठित टीम तालाब की पैमाइश को पहुंची। कई किलोमीटर दूर से निकला गया तालाब का सीमांकन , तालाब के इर्दगिद नही भटक पाए भूमाफिया भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके तैनात निजी तालाब के किसानों ने डीएम व टीम की सराहना, तालाब स्वामी खुश नजर आए। विगत डेढ़ वर्ष से निजी तालाब को मुक्त कराने के लिए आंदोलन चल रहा था। जिसमें डीएम मनोज कुमार सिंह द्वारा भारतीय किसान यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना व जिला प्रभारी झाझन सिंह युवा जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह यादव तालाब स्वामी रामबाबू कश्यप को बुलाकर 12 अप्रैल को एक घंटे तक सभागार में मीटिंग चली जिसमें यह निर्णय लिया गया तहसील बिसौली से अलग बगरैंन तालाब की पैमाइश के लिए टीम गठित करके निष्पक्ष और पूरी ईमानदारी के साथ पैमाइश कराई जाएगी। शनिवार को 11:00 बजे दोपहर तालाब पर जिला राजस्व अधिकारी प्रबंधन शर्मा के नेतृत्व में चकबंदी अधिकारी एक दर्जन से अधिक लेखपाल कानूनगो कई अधिकारी मौजूद रहे।जिन्होंने गांव की तरफ से भीषण गर्मी में कई घंटे तक किलोमीटर दूरी से पैमाइश की गांव में भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना जिला प्रभारी झाझन सिंह युवा जिलाध्यक्ष अमरपाल सिंह यादव व शराफत अली तालाब स्वामी रामबाबू कश्यप,कमल कश्यप, तिलक चंदन कश्यप, राजाराम कश्यप, रामदास कश्यप, मुन्ना लाल कश्यप, रामकुमार कश्यप, धर्मवीर कश्यप, पूसे कश्यप,मनोज कश्यप, दीपक कश्यप, सतपाल कश्यप, आदि लोग मौजूद रहे। भारतीय किसान यूनियन ने पैमाइश के लिए निष्पक्ष और ईमानदारी के साथ बताया उन्होंने कहा हम लोगों को डीएम पर पूरा विश्वास है। गरीब मजदूरों के प्रति जो उन्होंने चुनाव के वक्त में भी समय निकालकर पैमाइश करा रहे हैं और वह भी ईमानदारी के साथ इन गरीबों के लिए उनका 96 बीघा तालाब उन्हें अब मिल जाएगा।क्योंकि डीएम द्वारा इसमें कठोर निर्णय लिए गए हैं। अब अधिकारी भी पूरी ईमानदारी निष्ठा के साथ कड़ी मशक्कत के साथ न्याय कर रहे हैं। हमें इन अधिकारियों और अपने डीएम पर पूरा भरोसा है कि अब हम अपने अधिकार के लिए प्राप्त कर लेंगे।तालाब स्वामियों ने आज की पैमाइश को बहुत अच्छा बताया है। क्योंकि खेतों में भी तालाब दबा निकला तालाब से 100 मीटर दूर तक खेती हो रही थी। आज पैमाइश में सारी बात निकल कर आ गई है। अब प्रशासन कठोर कदम उठाकर सटीक निर्णय ले रहा है।